Prayagraj News : प्रयागराज में सिविल लाइंस स्थित वात्सल्य परिसर में सोमवार को तीन दिवसीय इनडोर और आउटडोर खेलकूद प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर इंस्टीट्यूट की निर्देशिका डॉ. कीर्तिका अग्रवाल ने प्रतियोगिता का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेलकूद अत्यंत आवश्यक है। छात्रों के जीवन में यह केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह उनके जीवन के लक्ष्य की ओर एकाग्रता बढ़ाने का भी माध्यम है।
खेलकूद का महत्व
डॉ. अग्रवाल ने अपने संबोधन में छात्रों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और अन्य गतिविधियों में भाग लेना आज की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि खेलकूद न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि यह मानसिक संतुलन और टीम वर्क जैसे गुणों को भी विकसित करता है।
प्रतियोगिताओं में छात्रों की भागीदारी
इस तीन दिवसीय आयोजन में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में उनकी सहभागिता उल्लेखनीय रही। इनमें चित्रकला, मेंहदी, रंगोली, शतरंज, कैरम, सुई-धागा दौड़, 100 मीटर दौड़, और रस्सी कूद जैसी गतिविधियां शामिल थीं। प्रतिभागियों ने अपने हुनर और खेल कौशल का प्रदर्शन किया।
प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को सराहना
इंस्टीट्यूट की प्रिंसिपल डॉ. ज्योति मरठे ने प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि विजेता छात्रों की उपलब्धियां अन्य छात्रों को प्रेरित करेंगी। साथ ही, उन्होंने सभी छात्रों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता पाने की प्रेरणा दी।
समापन समारोह में विजेताओं का सम्मान
यह प्रतियोगिता बुधवार को समाप्त होगी। समापन समारोह में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार और सम्मान से नवाजा जाएगा। प्रतियोगिता के आयोजन में इंस्टीट्यूट के प्राध्यापकों और कर्मचारियों का भी विशेष योगदान रहा। इस मौके पर डॉ. अग्रवाल ने कहा कि छात्रों को पढ़ाई के साथ खेलकूद और रचनात्मक गतिविधियों में भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। यह जीवन में संतुलन बनाने और सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
सार्वजनिक उत्साह और सफलता का आयोजन
तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन ने छात्रों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया। खेलकूद प्रतियोगिताएं छात्रों के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने का सशक्त माध्यम बनीं। शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से न केवल छात्रों को मनोरंजन मिलता है, बल्कि यह उनके व्यक्तित्व विकास का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।