मुजफ्फरनगर से बड़ी खबर : 20 साल की तनातनी दोस्ती में तब्दील, राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री योगराज सिंह गले मिले

20 साल की तनातनी दोस्ती में तब्दील, राकेश टिकैत और पूर्व मंत्री योगराज सिंह गले मिले
Uttar Pradesh Times | टिकैत और योगराज परिवार में हुआ समझौता

Jan 09, 2024 18:26

करवाडा सामाजिक पंचायत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और जगबीर सिंह के बेटे पूर्व मंत्री योगराज सिंह पुराने गिले शिकवे दूर करके एक दूसरे के गले लग  गए हैं...

Jan 09, 2024 18:26

Short Highlights
  • भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और जगबीर सिंह के बेटे पूर्व मंत्री योगराज सिंह पुराने गिले शिकवे दूर करके एक दूसरे के गले लग गए हैं।
  • इस सुलह के पीछे रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।
  • राकेश टिकैत परिजनों के साथ पूर्व मंत्री योगराज सिंह के आवास जाकर एकजुट होने का संदेश दिया।
Muzaffarnagar News : किसान नेता चौधरी जगबीर सिंह की बीस साल पहले हुई हत्या में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत की नामजदगी के बाद दोनों किसान परिवार में खींची तलवारें मंगलवार को सामाजिक समझौते के बाद वापस म्यान में चली गई। करवाडा सामाजिक पंचायत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और जगबीर सिंह के बेटे पूर्व मंत्री योगराज सिंह पुराने गिले शिकवे दूर करके एक दूसरे के गले लग गए हैं। निचली अदालत ने हत्याकांड में नरेश टिकैत को बरी कर दिया, मगर योगराज सिंह अपील लेकर ऊपरी अदालत चले गए थे। इस सुलह के पीछे रालोद प्रमुख जयंत चौधरी की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।

क्या था मामला
भारतीय किसान यूनियन के नेता महेन्द्र सिंह टिकैत और किसान नेता गांव अलावलपुर निवासी चौधरी जगबीर सिंह के बीच विचारधारा को लेकर छत्तीस का आंकड़ा था। छह सितंबर 2003 को भौराकलां थाना क्षेत्र के अलावलपुर माजरा गांव में जगबीर सिंह की हत्या ने जिले की किसान राजनीति में भूचाल ला दिया था। पिता की हत्या में पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने गांव के राजीव उर्फ बिट्टू और प्रवीण के अलावा सिसौली निवासी भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत को नामजद कराया था। मुकदमे के विचारण के दौरान प्रवीण और बिट्टू की मौत हो चुकी है। जगबीर सिंह हत्याकांड की सुनवाई काफी लंबी चली और जुलाई 2023 को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए नरेश टिकैत को बरी कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ योगराज सिंह हाईकोर्ट चले गए। योगराज सिंह और टिकैत परिवार के बीच समझौता कराने की पहल तो कई बार हुई, मगर वो परवान नहीं चढ़ पाई।

जयंत चौधरी की पहल पर हुई सुलह 
रालोद प्रमुख के जयंत चौधरी ने व्यक्तिगत दिलचस्पी लेते हुए दोनों किसान परिवार के बीच सुलह कराने के लिए कई जिम्मेदार लोगों से पहल करने का अनुरोध किया। इसी कड़ी में मंगलवार को बघरा ब्लॉक क्षेत्र के गांव करवाडा में ग्राम प्रधान शिक्षा देवी के आवास पर सामाजिक पंचायत बुलाई गई। बालियान खाप और दूसरे खापों के थाम्बेदार और चौधरियों की मौजूदगी में टिकैत परिवार से भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत और भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत के पुत्र गौरव टिकैत शामिल हुए। पूर्व मंत्री योगराज सिंह के साथ उनके भाई लेखराज और दूसरे परिजन आएं। गिले शिकवे दूर होने के बाद पंचायत में राकेश टिकैत, गौरव टिकैत और योगराज सिंह, लेखराज सिंह एक दूसरे के गले मिले और लड़ाई को विराम देने पर सहमति जताई।

ये लोग रहे मौजूद
इस दौरान मुख्य रूप से गौरव टिकैत, संजीव कुमार प्रधान, श्यामपाल चेयरमैन, थाम्बेदार सौदान सिंह, संजय सिंह, बबलू अध्यक्ष कुटबा, देशवाल खाप के शरणवीर सिंह, रसूलपुर अध्यक्ष बिजेन्द्र, सुरेन्द्र प्रधान साल्हाखेडी, अरूण कुमार चेयरमैन कुटबी, वीरेन्द्र पूर्व प्रधान गोयला, आदेश करवाडा सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। पंचायत के बाद पूर्व मंत्री योगराज सिंह परिवार के साथ सिसौली गए और भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत से मिले। बाद में राकेश टिकैत परिजनों के साथ पूर्व मंत्री योगराज सिंह के आवास जाकर एकजुट होने का संदेश दिया।

योगराज सिंह के मतभेद हुए दूर
पूर्व मंत्री योगराज सिंह ने कहा कि 1 जनवरी को समाज के लगभग पचास लोग मेरे आवास पर आये थे, जिसमें सभी खापों के लोग शामिल थे। उन्होंने आग्रह किया था की नरेश टिकैत से आपके जो मतभेद है उनको दूर करें। योगराज सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयन्त चौधरी ने भी कहा था कि इस मसले का निपटारा होना चाहिए। मंगलवार को हुई पंचायत में हम लोगों के बीच जो मतभेद थे, वो पूरी तरह दूर हो गये हैं।

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