उन्होंने कहा, “झांसी में आग लगने से याकूब मंसूरी के जुड़वा बच्चे मर गए, लेकिन उसने अपनी जान पर खेलकर कई बच्चों को बचाया। क्या मुख्यमंत्री याकूब मंसूरी से कह सकते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’?”
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव : असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'AIMIM को वोट दें और अखिलेश यादव का दिमाग ठिकाने लगाएं'
Nov 18, 2024 21:14
Nov 18, 2024 21:14
- मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में ककरौली में किया जनसभा को संबोधित
- विधानसभा उपचुनाव प्रचार के अंतिम दिन मीरापुर में हुईं जनसभाएं
- ओवैसी ने भाजपा, सपा और रालोद पर बोला जुबानी हमला
भाजपा की 'कटोगे तो बंटोगे' नीति को समाज विरोधी
मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र के ककरौली गांव में AIMIM के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जनसभा में कई मुद्दों को उठाते हुए विपक्षियों पर तंज कसा। उन्होंने अखिलेश यादव पर पीडीए और भाजपा की 'कटोगे तो बंटोगे' नीति को समाज विरोधी बताया।
वक्फ संपत्ति को लेकर बनाया गया कानून काला कानून
एआईएमआईएम अध्यक्ष ने कहा कि वक्फ संपत्ति को लेकर बनाया गया कानून काला कानून है। उन्होंने कहा कि यह कानून पास हुआ, तो वक्फ संपत्तियां जिलाधिकारियों के नियंत्रण में चली जाएंगी और मुस्लिम समुदाय को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने लोगों से अपील की वे इस कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करें।
लड़कियों के क्षेत्र में कोई डिग्री कॉलेज नहीं है
असदुद्दीन ओवेसी ने मीरापुर विधानसभा के स्थानीय समस्याओं को उठाते हुए कहा की क्षेत्र मे ने तो स्कूल बन सके हैं। लड़कियों के क्षेत्र में कोई डिग्री कॉलेज नहीं है, चिकित्सा सुविधा के लिए अस्पताल नहीं है। मीरापुर क्षेत्र के किसानों की मोरना शुगर मिल की क्षमता बढ़ाने की मांग पूरी नहीं हुई है। गन्ने का मूल्य 450 होना चाहिए जो कि 350 रुपये दिया जा रहा है।
दंगा पीड़ित टेंट में थे, जबकि सैफई में उत्सव मनाया जा रहा था
ओवैसी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 2013 में मुजफ्फरनगर दंगे हुए तब अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। दंगा पीड़ित टेंट में थे, जबकि सैफई में उत्सव मनाया जा रहा था। समाजवादी पार्टी चुनाव हार चुकी है और उसके पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के पास आरक्षण केवल अपने परिवार के लिए है। उन्होंने कभी अपने परिवार से बाहर के लोगों के लिए काम नहीं किया। उनका आरक्षण उनके चाचा, भाई, पत्नी और उनके खानदान तक सीमित है। आम जनता के लिए अखिलेश के पास कुछ नहीं है। उन्होंने समाजवादी पार्टी को लेकर कहा, “आपको गलतफहमी है कि सपा आपके लिए कुछ कर सकती है। AIMIM को वोट दें और अखिलेश यादव का दिमाग ठिकाने लगाएं।
उपचुनाव में सपा पहले ही हार मान चुकी
ओवैसी ने कहा कि उपचुनाव में सपा पहले ही हार मान चुकी है और अब रालोद के जयंत चौधरी को हराना है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोग सपा और रालोद को नकार चुनी है। उसका समर्थन एआईएमआईएम को है। क्योंकि वही एकमात्र पार्टी है जो जनता के हितों की बात करती है।
ओवैसी ने कहा, “योगी कहते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’, मोदी कहते हैं ‘एक है तो सेफ है’,
ओवैसी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में जनता को भाजपा और सपा से सावधान रहने को कहा। भाजपा के नेताओं पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, “योगी कहते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’, मोदी कहते हैं ‘एक है तो सेफ है’, और कोई धर्मयुद्ध की बात करता है। ये ‘लव जिहाद’ कहां से आ गया, मुझे नहीं मालूम।”
सत्ता किसी के पास स्थायी नहीं होती
उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने योगी का बुलडोजर रोक दिया है। सत्ता किसी के पास स्थायी नहीं होती। इंदिरा गांधी भी यही सोचती थीं, लेकिन चली गईं। मोदी और योगी को समझना चाहिए कि भारत इनसे बड़ा है।”ओवैसी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, “डरने की जरूरत नहीं है। मौत एक बार आती है, दो बार नहीं। मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और ओवैसी को भी मरना है, लेकिन हम सियासत छोड़कर नहीं जाएंगे।”
क्या मुख्यमंत्री याकूब मंसूरी से कह सकते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’?”
ओवैसी ने झांसी मेडिकल अग्निकांड का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी को चुनौती दी। उन्होंने कहा, “झांसी में आग लगने से याकूब मंसूरी के जुड़वा बच्चे मर गए, लेकिन उसने अपनी जान पर खेलकर कई बच्चों को बचाया। क्या मुख्यमंत्री याकूब मंसूरी से कह सकते हैं ‘बंटोगे तो कटोगे’?”
जनसभा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए
ककरौली में आयोजित इस जनसभा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। भीड़ बेकाबू नजर आई, जिससे सभा में उमंग और जोश का माहौल बना रहा। असदुद्दीन ओवैसी ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि AIMIM समाज के वंचित वर्गों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारा मकसद सियासत को नए आयाम देना और जनता के मुद्दों को सुलझाना है।”