मुजफ्फरनगर में हुए हिमांशी हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है। पहले यह बताया गया था कि हिमांशी की हत्या डेढ़ करोड़ रुपये के विवाद में हुई, लेकिन अब पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि...
हिमांशी हत्याकांड में नया मोड़ : ममेरे भाई ने बताई हत्या की असली वजह, पारिवारिक विवाद और प्रेम के चलते बढ़ा तनाव
Nov 10, 2024 20:41
Nov 10, 2024 20:41
ऐसे हुई हत्या
पुलिस के अनुसार मुकुल ने बृहस्पतिवार की रात हिमांशी को कमरे में बंद कर उसे समझाने और डराने का प्रयास किया। जब वह शुक्रवार को गाजियाबाद जाने लगी तो उसे फिर से रोका गया। इस दौरान जब हिमांशी ने अपने गहने और पैसे मांगे तो विवाद और बढ़ गया। इसी दौरान मुकुल ने उसे गोली मार दी। एक गोली उसकी कमर में और दूसरी पेट में लगी। हिमांशी को अपनी जान का खतरा पहले से लग रहा था। उसने इस बारे में विनीत को भी बताया था। शुक्रवार को भी उसने विनीत को कॉल करके अपने डर के बारे में बताया।
रीढ़ की हड्डी में फंसी थी गोली
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद हिमांशी के शव को मेरठ के बहसूमा थाने के गांव मोहम्मदपुर शकिस्त निवासी उसके ताऊ मनोज कुमार को सौंप दिया। ताऊ मनोज ने बताया कि रात में शव का पोस्टमार्टम हुआ था। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों को पेट में लगी एक गोली मिल गई थी। दूसरी गोली नहीं मिली थी। जिस पर शव का एक्सरे कराया गया। तब दूसरी गोली रीढ़ की हड्डी में फंसी मिली थी।
पैसों पर खराब हुई नीयत
पुलिस ने बताया कि हिमांशी के पास 25 लाख रुपये और उसकी मां के खाते में 45 लाख रुपये थे। मामले में मामा भारतवीर ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि हिमांशी और उसकी मां के खातों में पैसे आने के बाद उनकी नियत बदल गई। मामले में विनीत ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि भारतवीर और उसके बेटों ने पैसे मांगने पर हिमांशी की हत्या की। पुलिस ने मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
तलाक के बाद दोबारा शुरू हुई प्रेम कहानी
विनीत और हिमांशी की मुलाकात मवाना के एक कॉलेज में आठ साल पहले हुई थी। दोनों के बीच बातचीत चलती रही। साल 2022 में विनीत की दूसरी लड़की से शादी हुई, लेकिन छह बाद ही तलाक हो गया। इसके बाद दोबारा उसकी हिमांशी से बातचीत शुरू हो गई। विनीत ने हिमांशी से कोर्ट मैरिज कर ली थी। घर पर जानकारी मिलते ही हंगामा शुरू हो गया था। मेरठ के बहसूमा थाने के गांव मोहम्मदपुर शकिस्त निवासी हिमांशी के पिता अनिल चौधरी की मौत हो गई थी। 18 महीने पहले हिमांशी ताऊ के परिवार से झगड़े के बाद वह मां कविता के साथ खतौली के गांव रसूलपुर कैलोरा में अपने मामा भारतवीर के घर आकर रहने लगी थी।
वारदत के वक्त सो रही थी मां
शुक्रवार सुबह जिस समय वारदात हुई कविता घर के दूसरे कमरे में सो रही थी। हत्या के बाद गांव पहुंची पुलिस हिमांशी की मां कविता समेत तीन महिलाओं को पूछताछ करने के लिए थाने लाई। मुकदमा दर्ज होने के बाद तीनों महिलाएं थाने से गांव रसूलपुर कैलोरा वापस भेज दी गई। हिमांशी का अंतिम संस्कार शनिवार सुबह शहर के भोपा रोड स्थित श्मशानघाट में ताऊ मनोज के परिवार ने किया। हिमांशी की मां अंतिम संस्कार में नहीं पहुंची, वह अभी भी मायके में रह रही है।
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