शामली की 12वीं की टॉपर छात्रा आकांक्षा को एक दिन के लिए जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) बनाया गया। उसने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज से जिला टॉप किया था...
शामली में 12वीं की टॉपर छात्रा बनी डीएम : समाधान दिवस में सुनी समस्याएं, एक दिन के लिए संभाला कार्यभार
Oct 05, 2024 13:52
Oct 05, 2024 13:52
पहले भी आए ऐसे केस
डीएम बनने की ख्वाहिश किसकी नहीं होती। लेकिन ये पद पाना इतना भी आसान नहीं। इसके लिए देश में सबसे कठिन मानी जाने वाली यूपीएससी की परीक्षा पास करनी होती है। इसके बाद 2 साल की ट्रेनिंग और 6 साल की सर्विस के बाद जाकर किसी-किसी को डीएम बनने का मौका मिल पाता है। आप सोच रहे होंगे 12वीं कक्षा की छात्रा को डीएम क्यों बनाया गया, वो भी एक दिन के लिए। बता दें कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले औरेया जिले में 11वीं में पढ़ने वाली लड़की डीएम बनी थी। आइये जानते हैं ऐसे और भी मामले।
औरेया में 11वीं की छात्रा बनी डीएमशामली : 12वीं की टॉपर छात्रा आकांक्षा को एक दिन के लिए शामली का डीएम बनाया गया। कलेक्ट्रेट में समाधान दिवस में समस्या सुन रही आकांशा। आकांक्षा के साथ डीएम और एसपी भी सुनवाई कर रहे। शामली कलेक्टर सभागार में चल रहा समाधान दिवस।#Shamli #Akanksha #SamadhanDiwas @dm_shamli… pic.twitter.com/VZScv8ciuz
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) October 5, 2024
दरअसल, 29 सितंबर को औरेया जिले में 11वीं में पढ़ने वाली लड़की डीएम बन गई। इतना ही नहीं, उसने डीएम बनकर लोगों की समस्याएं सुनीं और उनका समाधान भी किया। ये सब कुछ औरेया के डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी के कारण संभव हो पाया है। औरेया के डीएम इंद्रमणि त्रिपाठी अपने अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। शुक्रवार को उनके कार्यालय में 11वीं की एक छात्रा पहुंची। उसने कहा कि उसे भी बड़ा होकर डीएम बनना है। ये सुनकर डीएम महोदय ने छात्रा को ही डीएम बना दिया। कार्यालय पहुंची सुप्रिया भदौरिया को डीएम ने अंगूर का पौधा भेंट किया। वहीं उसे सरकारी गाड़ी से घर छुड़वाया।
पीलीभीत में 11वीं की छात्रा अपराजिता बनीं एक दिन की डीएम
वहीं 2 अक्तूबर को पीलीभीत की केंद्रीय विद्यालय की कक्षा 11 की छात्रा अपराजिता उपाध्याय को एक दिन के लिए जिलाधिकारी (डीएम) नियुक्त किया गया। इस खास मौके पर, उन्होंने डीएम ऑफिस में बैठकर जन समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को उनके समाधान के लिए निर्देश दिए। इसके साथ ही, अपराजिता ने विकास भवन का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर, 11वीं की छात्रा अनु शर्मा को एडीएम वित्त के पद पर नियुक्त किया गया। अपनी नई भूमिका में अपराजिता ने मंगलवार सुबह 10 बजे डीएम कार्यालय में प्रवेश किया, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह भी उनके साथ रहे। इस कार्यक्रम के दौरान, अधिकारियों ने उन्हें बुके देकर सम्मानित किया। अपराजिता ने पीलीभीत के जिला कार्यालय में दूर-दराज से आई समस्याओं का समाधान किया और फोन पर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।