दरअसल सहारनपुर मंडल के 473 मकतबों की जांच के आदेश मुख्यालय से जारी किए गए हैं, जिसकी जिम्मेदारी एटीएस देवबंद की टीम को सौंपी गई है। जांच के दायरे में शामली में 190, मुजफ्फरनगर में 165 और सहारनपुर में 118 मकतब शामिल हैं।
सहारनपुर मंडल के 473 मदरसों की जांच शुरू : पंजीकरण, संपत्ति और फंडिंग के बारे में पूछताछ, मुख्यालय से आदेश मिले
Oct 31, 2024 16:03
Oct 31, 2024 16:03
एटीएस टीम को जांच के लिए मुख्यालय से आदेश मिले
दरअसल सहारनपुर मंडल के 473 मकतबों की जांच के आदेश मुख्यालय से जारी किए गए हैं, जिसकी जिम्मेदारी एटीएस देवबंद की टीम को सौंपी गई है। जांच के दायरे में शामली में 190, मुजफ्फरनगर में 165 और सहारनपुर में 118 मकतब शामिल हैं। जिला अल्पसंख्यक अधिकारियों से भी रिकॉर्ड मांगे गए हैं। इस जांच का कारण कुछ शिकायतें हैं, जिनमें से कुछ मकतब बिना पंजीकरण चलने की जानकारी मिली है। ऐसे संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, जांच में इनकी संपत्ति, छात्रों की संख्या और फंडिंग के स्रोतों का भी गहराई से अध्ययन किया जा रहा है।
एटीएस ने संचालकों से मांगी ये जानकारी
मंगलवार शाम और बुधवार को एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (एटीएस) के सदस्य नगर और देहात के मदरसों तथा छोटे मकतबों का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मकतबों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या, संचालक का नाम, और चलाने के लिए आय के स्रोतों के बारे में जानकारी ली। एक मदरसा संचालक ने बताया कि मंगलवार शाम करीब चार बजे वह बाहर गए हुए थे, जबकि उनके पीछे दो युवक मदरसे में आए। उन्होंने पूछताछ की और सभी आवश्यक जानकारी टीम को प्रदान की।
जानें क्या होते हैं मकतब
मकतब छोटे मदरसों के समान होते हैं, जहां छोटे बच्चों को धार्मिक शिक्षा दी जाती है। ये अक्सर गांवों में छोटे-छोटे भवनों में संचालित होते हैं। हाल ही में इन मकतबों के संबंध में जांच के आदेश जारी किए गए हैं, ताकि उनकी स्थिति और गतिविधियों की गहराई से पड़ताल की जा सके।
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