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कहते हैं न ठोकरें इंसान को चलना सीखा देती हैं। कुछ ऐसा ही हुआ 21 वर्षीय मंशा यादव के साथ। खुद की पढ़ाई में दूरी बाधा बनीं तो मंशा ने आसपास के गांव की छात्राओं की शिक्षा की राह...और पढ़ें
कहते हैं न ठोकरें इंसान को चलना सीखा देती हैं। कुछ ऐसा ही हुआ 21 वर्षीय मंशा यादव के साथ। खुद की पढ़ाई में दूरी बाधा बनीं तो मंशा ने आसपास के गांव की छात्राओं की शिक्षा की राह...और पढ़ें