वाराणसी दौरे पर सीएम योगी : श्री शिव महापुराण कथा में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता और धर्म के महत्व पर जोर दिया

श्री शिव महापुराण कथा में भाग लेकर राष्ट्रीय एकता और धर्म के महत्व पर जोर दिया
UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ

Nov 25, 2024 17:56

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वाराणसी के सतुआ बाबा गोशाला डोमरी में चल रही श्री शिव महापुराण कथा में भाग लिया।

Nov 25, 2024 17:56

Varanasi News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वाराणसी के सतुआ बाबा गोशाला डोमरी में चल रही श्री शिव महापुराण कथा में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पौराणिक कथाएं देश की एकता और अखंडता को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। इन कथाओं के जरिए लोगों में राष्ट्रीय एकता का संदेश जाता है और सामाजिक समता को भी बल मिलता है। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि देश की जनता धर्म और भगवान वेदव्यास की शिक्षाओं का सम्मान कर रही है, जिससे यह प्रमाणित होता है कि भारत की सांस्कृतिक परंपराएं अभी भी जीवित हैं।

राष्ट्रीय एकता और धर्म का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पवित्र धर्मग्रंथ और पौराणिक कथाएं न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि वे समाज को जोड़ने और राष्ट्रधर्म को मजबूती देने का भी कार्य करती हैं। उन्होंने कहा कि व्यासपीठ पर जब संत कथा का पाठ करते हैं तो वह न केवल धार्मिक अनुष्ठान होता है, बल्कि यह देश के धर्म और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का निर्वहन भी है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हमारे समाज का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता की रक्षा करना होना चाहिए।

महाकुंभ-2025 की घोषणा
सीएम योगी ने घोषणा की कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज की पावन धरती पर 'महाकुंभ 2025' का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने इसे दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सामाजिक समागम करार दिया। योगी ने कहा कि इससे पहले, काशी की धरती पर हो रहे इस कथा आयोजन को 'कुंभ' के रूप में देखा जा सकता है, जो भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।

अनुशासन और धर्म की महत्ता
मुख्यमंत्री ने कहा कि पावन कथाओं को सुनने वाले सभी श्रद्धालु अनुशासित रहते हैं। उन्होंने कहा कि एक सच्चे भक्त की पहचान उसका आत्मानुशासन होता है। हापुड़ में पं. प्रदीप मिश्र की कथा के आयोजन के रद्द होने के प्रसंग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कथाओं का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी अत्यधिक है। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिया कि ऐसी कथाओं को अनुशासनपूर्वक आयोजित करने की अनुमति दी जानी चाहिए।

जातिवाद और विभाजन के प्रयासों पर प्रहार
मुख्यमंत्री योगी ने जाति, भाषा और क्षेत्र के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पवित्र कथाओं के आयोजन से यह सिद्ध हो जाता है कि समाज एकजुट है। उन्होंने कहा कि कथा के दौरान जहां बाबा विश्वनाथ, बाबा काल भैरव, मां गंगा और मां अन्नपूर्णा की उपस्थिति अनुभव की जा रही है, वहां किसी प्रकार की विभाजन की बात नहीं होनी चाहिए।



भगवान वेदव्यास की शिक्षाओं का स्मरण
मुख्यमंत्री ने भगवान वेदव्यास की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने चारों वेदों का संग्रह कर हमारे समाज को अद्वितीय ज्ञान प्रदान किया। उनके द्वारा महाभारत जैसे महाकाव्य की रचना और धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि भगवान वेदव्यास ने धर्म और न्याय के पथ पर चलने का मार्गदर्शन दिया, जो आज के समाज के लिए एक प्रेरणास्रोत है।

सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण
सीएम योगी ने कहा कि आज भी पवित्र कथाओं और पुराणों के माध्यम से हमारी सांस्कृतिक धरोहर सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि धर्म और न्याय के मार्ग पर चलना ही जीवन की सच्ची सफलता का रहस्य है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि हमारे पौराणिक ग्रंथ और धर्मशास्त्र समाज में नैतिकता और अनुशासन की शिक्षा देते हैं, जो हर व्यक्ति को जीवन में सफलता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

Also Read

साइबेरियन पक्षियों को खिलाया दाना, गंगा क्रूज से डोमरी पहुंचे

25 Nov 2024 07:19 PM

वाराणसी वाराणसी में सीएम योगी : साइबेरियन पक्षियों को खिलाया दाना, गंगा क्रूज से डोमरी पहुंचे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अपनी पशु-पक्षियों के प्रति प्रेम का परिचय दिया। इस बार उन्होंने गंगा में यात्रा के दौरान साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाकर अपनी संजीवनी भावना को उजागर किया। और पढ़ें