गाजीपुर लोकसभा सीट पर अफजाल अंसारी एक बार फिर से सांसद चुने गए हैं। अफजाल अंसारी का मुकाबला यहां भाजपा के पारस नाथ राय के साथ था जिन्हें उन्होंने 124861 मतों...
Ghazipur Lok Sabha Seat : बेटी को हराकर पिता बने सांसद, इस सीट पर हुआ आमना-सामना, मिले रिकॉर्ड तोड़ वोट
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Jun 06, 2024 18:48
Jun 06, 2024 18:48
- अफजाल अंसारी एक बार फिर से सांसद चुने गए
- अफजाल अंसारी ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था
- नुसरत गाजीपुर के 10 प्रत्याशियों में पांचवे स्थान पर रहीं
गाजीपुर से फिर सांसद बने अफजाल
दरअसल, यूपी की हॉट सीट मानी जाने वाली गाजीपुर लोकसभा सीट पर अफजाल अंसारी एक बार फिर से सांसद चुने गए हैं। अफजाल अंसारी का मुकाबला यहां भाजपा के पारस नाथ राय के साथ था जिन्हें उन्होंने 124861 मतों से हराया। अफजाल अंसारी ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और भारी वोटों से जीत हासिल की। गाजीपुर लोकसभा सीट के चर्चा में बने रहने का एक कारण अफजाल अंसारी के छोटे भाई मुख्तार अंसारी को भी माना जाता है। जिसकी बांदा जेल में संदिग्ध हालत में मौत हो गई। मुख्तार की मौत को लेकर जिला प्रशासन ने बताया कि हार्ट अटैक के चलते मुख्तार की मौत हुई थी, लेकिन दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी का परिवार इसे साजिश करार देता रहा है। अंसारी परिवार ने आरोप लगाया कि जेल में जहर दिए जाने के कारण मुख्तार की मौत हुई थी।
नूरिया अंसारी ने निर्दलीय लड़ा चुनाव
गौरतलब है कि गाजीपुर लोकसभा सीट पर सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी के साथ-साथ उनकी बेटी नुसरत भी चुनाव लड़ रही थीं। बता दें कि गैंगस्टर मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अफजाल अंसारी पर केस चल रहा था। उन्हें इस मामले में सजा भी होने वाली थी। यही वजह है कि अंत तक ऐसा माना जा रहा था कि अगर अफजाल को हाई कोर्ट सजा सुनाता है तो वो चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। ऐसे में अफजाल अंसारी ने अपनी बड़ी बेटी नुसरत अंसारी को भी गाजीपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतार दिया। हालांकि, बाद में अफजाल अंसारी को इस मामले में कोर्ट से राहत मिल गई और उन्होंने बेटी नुसरत को अपने लिए चुनाव प्रचार करने से रोक दिया। मगर नामांकन दाखिल हो जाने और नामांकन वापसी की तारीख निकल जाने के कारण नुसरत भी चुनावी मैदान में रही।
नुसरत अंसारी ने गाजीपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। साथ ही घर-घर जाकर लोगों से वोट की अपील की। पिता अफजाल अंसारी के सामने उन्होंने चुनाव लड़ा। वहीं जब मंगलवार को मतगणना हुई तो बड़ी बात सामने आई। दरअसल, अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी को बिना चुनाव प्रचार किए 4616 वोट मिले थे। इतना ही नहीं, नुसरत गाजीपुर के 10 प्रत्याशियों में पांचवे स्थान पर रहीं। नुसरत अफजाल अंसारी की तीन बेटियों में सबसे बड़ी हैं। छोटी बेटी नूरिया भी ग्रामीणों के बीच जाकर प्रचार करती नजर आई थीं।
पारस नाथ को इतने वोटों से हराया
लोकसभा चुनाव 2024 में जहां सपा के अफजाल अंसारी को 5399128 वोट मिले वहीं बीजेपी के पारस नाथ राय ने 415051 वोट ही हासिल किए। जबकि बसपा प्रत्याशी उमेश कुमार सिंह को 164601 वोट और विश्व कल्याण राष्ट्रीय मानव समाज पार्टी के प्रत्याशी उमेश कुमार सिंह को 164601 वोट हासिल हुए। हालांकि, पिछली बार अफजाल अंसारी ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था और भाजपा के मनोज सिन्हा को हराकर सांसद बने थे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी को 566082 वोट मिले, जबकि बीजेपी के मनोज सिन्हा को 446690 वोट मिले थे। इस बार के लोकसभा चुनाव में गाजीपुर लोकसभा सीट पर कुल 55.22 प्रतिशत वोटिंग हुई। हालांकि, ये प्रतिशत साल 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 3.44 प्रतिशत कम है।
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