ज्ञानवापी वजूखाने विवाद पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई : ASI से सर्वे कराने की मांग की गई, शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का मुद्दा

ASI से सर्वे कराने की मांग की गई, शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का मुद्दा
UPT | ज्ञानवापी

Nov 21, 2024 09:47

इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोपहर दो बजे वजूखाने सर्वेक्षण की सुनवाई की जाएगी। याचिका में ASI से वजूखाने का भी सर्वेक्षण कराने की मांग की गई है, जैसे कि परिसर के बाकी हिस्सों का किया गया था।

Nov 21, 2024 09:47

Short Highlights
  • ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने सर्वेक्षण कराने की मांग पर आज सुनवाई
  • इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोपहर दो बजे होगी सुनवाई
  • ASI से सर्वेक्षण कराने की मांग
Varanasi News : वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी परिसर में स्थित वजूखाने का आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) से सर्वेक्षण कराने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर आज सुनवाई होगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट में दोपहर दो बजे इस मामले की सुनवाई की जाएगी। याचिका में ASI से वजूखाने का भी सर्वेक्षण कराने की मांग की गई है, जैसे कि परिसर के बाकी हिस्सों का किया गया था। जिसे परिसर के धार्मिक स्वरूप को निर्धारित करने के लिए महत्वपूर्ण बताया गया है।

मुस्लिम पक्ष का विरोध
मुस्लिम पक्ष ने वजूखाने के सर्वेक्षण का विरोध किया है। उनका तर्क है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर रोक लगा रखी है। वहीं, हिन्दू पक्ष ने याचिका में कहा है कि वजूखाने का सर्वेक्षण विवादित परिसर के धार्मिक चरित्र को निर्धारित करने के लिए आवश्यक है। याचिका में यह भी कहा गया है कि शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने के बाकी हिस्से का भी सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए।

हिंदू पक्ष का तर्क
हिंदू पक्ष का कहना है कि वजूखाने का सर्वेक्षण ज्ञानवापी परिसर के धार्मिक स्वरूप को स्पष्ट करने के लिए बेहद आवश्यक है। उनके अनुसार, यह विवादित परिसर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को उजागर करने में मदद करेगा। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट को याद दिलाया कि इससे पहले परिसर के एएसआई सर्वेक्षण में मस्जिद में हिंदू प्रतीक चिन्ह और देवी-देवताओं की मूर्तियां पाई गई थीं।

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शिवलिंग की कार्बन डेटिंग की मांग
याचिकाकर्ता ने दलील दी है कि हाईकोर्ट ने पिछले साल शिवलिंग की कार्बन डेटिंग का आदेश दिया था, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी। उस याचिका में शिवलिंग का सर्वेक्षण कराने की मांग की गई थी। वादिनी राखी सिंह की ओर से यह याचिका दाखिल की गई है, जिसमें शिवलिंग को छोड़कर वजूखाने के बाकी हिस्से का सर्वेक्षण कराने की मांग की गई है।

क्या है याचिका का मुख्य बिंदु?
याचिकाकर्ता की ओर से उनके अधिवक्ता सौरभ तिवारी अदालत में पक्ष रख रहे हैं। इस मामले की सुनवाई जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल की सिंगल बेंच में होगी। इससे पहले ज्ञानवापी में वजूखाने में शिवलिंग जैसी संरचना मिली थी। हिन्दू पक्ष का दावा है कि यह शिवलिंग है, जबकि मुस्लिम पक्ष इसे फव्वारा बताते हुए इससे इनकार करता आया है।

पूर्व में हुए सर्वेक्षण
इससे पहले ज्ञानवापी परिसर का ASI सर्वेक्षण किया गया था, जिसमें वजूखाने को शामिल नहीं किया गया था। इस सर्वेक्षण में मस्जिद में हिन्दू प्रतीक चिन्ह और देवी-देवताओं की टूटी हुई मूर्तियां मिली थीं। हिन्दू पक्ष का कहना है कि वजूखाने का सर्वेक्षण भी आवश्यक है ताकि परिसर के धार्मिक चरित्र को स्पष्ट किया जा सके।



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