यूपी के जौनपुर जिले में रहने वाले युवक अतुल सुभाष ने बेंगलुरू में आत्महत्या कर ली। अतुल के शव के पास से 24 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है...
9 केस और एक दर्दनाक आत्महत्या : वो मामले जिसमें फंसता चला गया अतुल सुभाष, जानें पत्नी ने क्या लगाए थे आरोप
Dec 11, 2024 15:27
Dec 11, 2024 15:27
अतुल के खिलाफ 9 मामलों में दर्ज कराई गई थी शिकयत
जानकारी के अनुसार, निकिता सिंघानिया ने अपने पति अतुल सुभाष के खिलाफ कुल 9 मामलों की शिकायत दर्ज कराई थी। इन मामलों में से आठ मामलों को उन्होंने इस आधार पर वापस ले लिया था कि उन्हें इन केसों के बारे में जानकारी नहीं थी और ये मुकदमे उनके वकील ने बिना उनकी सहमति के दायर किए थे। हालांकि, अंतिम मामला अभी भी लंबित है, जिसमें अतुल के खिलाफ क्या आरोप लगाए गए थे और इस पर सुनवाई जारी है।
इन धाराओं में दर्ज कराई प्राथमिकी
निकिता सिंघानिया ने अपने पति अतुल सुभाष के खिलाफ 24 अप्रैल 2022 को जौनपुर कोतवाली में एक प्राथमिकी दर्ज कराई। इस प्राथमिकी में आईपीसी की धारा 498, 323, 504, 506 और दहेज प्रथा अधिनियम की धारा 3/4 के तहत आरोप लगाए गए थे। अतुल सुभाष, उनकी मां अंजू देवी, पिता पवन मोदी और छोटे भाई विकास मोदी को भी इस मामले में नामजद किया गया था। निकिता ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी शादी 26 अप्रैल 2019 को वाराणसी के हिंदुस्तान इंटरनेशनल होटल में हुई थी, लेकिन शादी के बाद अतुल और उनके परिवार ने दहेज के लिए उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और 10 लाख रुपये की मांग करने लगे।
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नशे में मारपीट करने का लगाया आरोप
निकिता ने आरोप लगाया कि अतुल शराब के नशे में उसके साथ मारपीट करता था और यौन संबंधों में हैवानियत दिखाता था। इसके अलावा, वह उसकी सैलरी भी अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेता था। प्राथमिकी में यह भी कहा गया कि 16 अगस्त 2019 को उसके सास-ससुर जौनपुर आए और निकिता के परिजनों से दस लाख रुपये की मांग की। इस मांग के कारण 17 अगस्त 2019 को उसके पिता की मृत्यु हो गई। हालांकि, अतुल ने लोगों के समझाने के बाद उसे बेंगलुरु ले जाने का निर्णय लिया। इस दौरान उसकी मां भी उनके साथ थी, लेकिन 17 मई 2021 को उसने निकिता और उसकी मां के साथ मारपीट की और दोनों को फ्लैट से निकाल दिया।
प्रति माह 2 लाख गुजारा भत्ता की मांग
घरेलू हिंसा और अपमान के बाद, निकिता ने अपने मायके जौनपुर लौटने का निर्णय लिया। वह अपनी मां और बेटे के साथ जौनपुर आ गई और स्थानीय पुलिस स्टेशन से मदद लेकर अपने कागजात और कपड़े घर से ले आई। जौनपुर में प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद, निकिता ने कोर्ट में भी आवेदन किया और खुद और अपने बच्चे के लिए प्रति माह 2 लाख रुपये गुजारा भत्ता की मांग की। हालांकि, निकिता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में खंडन किया है। उसने दलील दी और सबूत के साथ सभी आरोपों को झूठा बताया।
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जानें पूरा मामला
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में एक इंजीनियर अतुल सुभाष (34) ने अपनी पत्नी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उसने आत्महत्या से पहले एक 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने अपने दर्द और संघर्ष का जिक्र किया। अतुल ने आत्महत्या करने से पहले अपने शरीर पर एक टीशर्ट पहनी थी, जिस पर "Justice Is Due" (न्याय बकाया है) लिखा हुआ था।
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नोट में इन बातों का किया जिक्र
जानकारी के अनुसार, अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया ने उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के जौनपुर में दहेज उत्पीड़न, हत्या के प्रयास समेत 9 मामले दर्ज कराए थे। यही कारण था कि अतुल को बार-बार बेंगलुरू और जौनपुर के बीच यात्रा करनी पड़ती थी, अतुल ने अपने चार वर्षीय बेटे के लिए एक गिफ्ट भी छोड़ा था। इसके साथ ही, सुसाइड नोट में उसने शोषण, वसूली और भ्रष्टाचार का भी जिक्र किया। इस नोट में उसने जौनपुर स्थित परिवार अदालत के एक जज, अपनी पत्नी निकिता और उसके परिवार को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया। अतुल ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ 9 मामले दर्ज किए गए थे, जिनके कारण उसे बार-बार बेंगलुरू से जौनपुर जाना पड़ता था। जो उसे अत्यधिक मानसिक और शारीरिक तनाव दे रहा था। फिलहाल, पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।
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