इंजीनियर अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले रविवार रात करीब नौ बजे अपने पिता से डेढ़ घंटे तक फोन पर बात की। इस दौरान वह सामान्य तरीके से अपने परिवार की कुशलक्षेम पूछ रहे थे ...
'शादी क्या होती है और उसे क्या बना दिया' : छोटे भाई ने बताया- अतुल ने सुप्रीम कोर्ट को भी लिखा था पत्र, बेटे के लिए तरस गया था...
Dec 11, 2024 18:18
Dec 11, 2024 18:18
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'छोटे से बेटे से बात करने के लिए तरसता था अतुल'
विकास ने कहा कि उन्होंने अपना भाई खो दिया, जो अपने छोटे से बेटे से बात करने के लिए तरसता था। वह वीडियो कॉल करता था, लेकिन उसे कभी वीडियो कॉल के जरिए अपने बेटे को नहीं दिखाया जाता था। यह बात उसने कोर्ट में भी कही थी, लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। विकास ने यह भी बताया कि अतुल ने अपनी अंतिम बातचीत में उसे कहा था, "खुश रहा करो, हमेशा अच्छे रहना।" विकास ने यह भी साझा किया कि उनके भाई ने इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट को भी पत्र लिखा था। रविवार की शाम उन्होंने फैमिली व्हाट्सएप ग्रुप में अपनी एक फोटो डाली थी, जिसे देखकर अतुल ने उन्हें फोन किया और कहा था कि वह अच्छे लग रहे हैं और हमेशा खुश रहकर ऐसे ही रहना। यह उनकी अंतिम बातचीत थी।
भाई ने कहा- कभी झूठ नहीं बोल सकता था अतुल
अतुल सुभाष के छोटे भाई, विकास ने कहा कि उनका भाई कभी झूठ नहीं बोल सकता था और वह उसे बहुत अच्छे से जानता था। विकास ने यह भी कहा कि अतुल ने अपनी जान देकर दुनिया को सच बताया है और पूरे सिस्टम को आईना दिखाया है। विकास ने यह भी कहा कि अतुल ने सुसाइड नोट और वीडियो में जो कुछ कहा, वह सब सच था, और उन दोनों माध्यमों में उसने एक-एक बात को साफ तरीके से बताया है कि शादी के नाम पर उसे क्या सहना पड़ा और यह व्यवस्था उसे किस हद तक परेशान कर रही थी।
सुसाइड नोट और वीडियो में गंभीर आरोप
सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में बताया कि उनकी शादी के बाद से ही तनाव बढ़ता गया। उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष ने उन्हें बार-बार परेशान किया और रुपये की मांग की। जब उन्होंने इन मांगों को पूरा करने से इनकार किया, तो उनकी पत्नी 2021 में बेटे को लेकर घर छोड़कर चली गई। इसके बाद, उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए, जिनमें दहेज उत्पीड़न और घरेलू हिंसा जैसे गंभीर आरोप शामिल थे। सुभाष ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में कहा, "मुझे जो पैसे मिलते हैं, उनका उपयोग मेरे खिलाफ साजिश रचने के लिए किया जा रहा है। इससे मेरे दुश्मन और मजबूत हो रहे हैं। यह न्यायालय और पुलिस व्यवस्था मेरे जैसे लोगों को बर्बाद करने के लिए बनाई गई है।"
न्याय की मांग और अंतिम इच्छाएं
अतुल सुभाष ने अपने परिवार से अपील की कि उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष को उनके शव के पास जाने की अनुमति न दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक उनके उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिलती, उनकी अस्थियों का विसर्जन न किया जाए। उन्होंने सुसाइड नोट में यह भी लिखा, "अगर मुझे न्याय नहीं मिलता, तो मेरी अस्थियां अदालत के नाले के बाहर फेंक दी जाएं।"
पुलिस जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि सुभाष का शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट स्थित उनके आवास पर फंदे से लटका हुआ पाया गया। कमरे में एक तख्ती भी लटकी मिली, जिस पर लिखा था, "न्याय मिलना बाकी है।" प्रारंभिक जांच में पता चला कि सुभाष के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और अन्य झूठे मामलों के चलते उनका मानसिक तनाव बढ़ गया था।
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