जनपद का मानवता को शर्मशार करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जिसमे एक नाबालिग बच्चा पुलिस चौकी के अंदर झाड़ू लगाता दिखाई दे रहा है और आसपास कुछ पुलिस कर्मी....
वायरल वीडियो ने जौनपुर पुलिस की पोल खोली : चौकी में नाबालिग से लगवाई झाड़ू, जांच का वादा... क्या मिलेगा न्याय?
Dec 08, 2024 17:22
Dec 08, 2024 17:22
निर्दोष बचपन का शोषण: पुलिस कर्मियों द्वारा बाल श्रम का कलंकित उदाहरण
यह दृश्य इतना आक्रोशकारी है कि जिन लोगों को बच्चों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए, वे ही उनका शोषण कर रहे हैं। पुलिस कर्मियों ने एक नाबालिग बच्चे को बेगार करने का काम सौंपा है, जो कि बाल श्रम के खिलाफ एक गंभीर अपराध है। वीडियो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि आसपास मौजूद पुलिस कर्मी इस घटना को देखकर भी मौन हैं और किसी ने भी बच्चे की मदद नहीं की।
न्यायपालिका पर उठे सवाल: क्या यही है कानून का राज?
इस घटना ने न केवल पुलिस विभाग की छवि को क्षतिग्रस्त किया है, बल्कि बाल अधिकारों के प्रति संवेदनहीनता को भी उजागर किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वही पुलिस जो बाल मजदूरी रोकने के लिए जिम्मेदार है, वह खुद ही बाल श्रम में संलिप्त हो सकती है?
जांच का वादा: क्या मिलेगा न्याय?
जौनपुर पुलिस की मीडिया सेल ने इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बताया है कि पूरी घटना की जांच क्षेत्राधिकारी की निगरानी में की जा रही है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इस तरह के गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन पर वास्तव में कोई ठोस कार्रवाई होगी।
समाज के लिए चेतावनी: बच्चों के अधिकार हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने एक बार फिर से समाज के सामने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारी व्यवस्था वास्तव में बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा कर पा रही है? यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत मामला है, बल्कि यह पूरी व्यवस्था में व्याप्त संवेदनहीनता को दर्शाता है।
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