सरकार ने 20 डिपो को निजीकरण के लिए चुना है, जिसमें वाराणसी का कैंट डिपो भी शामिल है। उनका कहना है कि यह डिपो कर्मचारियों की मेहनत और सहयोग से पिछले कुछ वर्षों से मुनाफे में चल रहा है...
Varanasi News : रोडवेज कर्मचारियों का प्रदर्शन, निजीकरण को लेकर जताया विरोध
Dec 19, 2024 17:23
Dec 19, 2024 17:23
कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन
दरअसल, गुरुवार को वाराणसी के चौधरी चरण सिंह रोडवेज स्टेशन पर रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ धरना प्रदर्शन किया। इसमें कैंट डिपो के कर्मचारियों के अलावा ग्रामीण डिपो और शाखा प्रशासनिक तथा क्षेत्रीय कार्यशाला के कर्मचारियों ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों से कर्मचारियों की मेहनत के कारण डिपो मुनाफे में चल रहा है, फिर भी इसे निजीकरण किया जा रहा है। इसके विरोध में वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने का निर्णय ले रहे हैं।
दो महीने पहले दी गई थी जानकारी
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक यूपी रोडवेज कैंट ने बताया कि परिवहन निगम के लगभग 20 क्षेत्रों में डिपो और वर्कशॉप का निजीकरण किया जा रहा है। निजी एजेंसियों को इन वर्कशॉप्स का मेंटेनेंस कार्य सौंपा जाएगा। इस योजना के बारे में उन्हें दो महीने पहले ही जानकारी दी गई थी और इसे अगले महीने से लागू किया जाने की संभावना है। उनके डिपो को भी इस अनुबंध के तहत निजी एजेंसी को सौंपा जा रहा है और यह क्षेत्र का एकमात्र डिपो है, जो अनुबंध के तहत लिया जा रहा है।
कर्मचारियों ने सौंपा पत्रक
कर्मचारियों ने इस मामले को लेकर आज एक पत्रक भी सौंपा है और अपना विरोध दर्ज कराया है। उनका कहना है कि यदि यह निजीकरण प्रक्रिया जारी रहती है, तो इससे न केवल कर्मचारियों की स्थिति पर असर पड़ेगा, बल्कि आम जनता को भी इसका नुकसान हो सकता है। वे इस मुद्दे को लेकर आगे की कार्रवाई के लिए तैयार हैं और अपनी बात को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की योजना बना रहे हैं।
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