वाराणसी साइबर क्राइम पुलिस की बड़ी सफलता : फर्जी नौकरी देकर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, नोएडा से तीन गिरफ्तार

फर्जी नौकरी देकर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश, नोएडा से तीन गिरफ्तार
UPT | पुलिस खुलासा करते हुए

Nov 16, 2024 23:34

साइबर क्राइम पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने फर्जी नौकरी देकर लोगों से साइबर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है।

Nov 16, 2024 23:34

Varanasi News : साइबर क्राइम पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने फर्जी नौकरी देकर लोगों से साइबर ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सरगना सहित तीन ठगों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल, लैपटॉप, फर्जी कागजात, और अन्य सामान बरामद हुआ है। इस मामले का खुलासा वाराणसी की अपर पुलिस उपायुक्त श्रुति श्रीवास्तव ने किया है।

ठगी का मामला कैसे आया सामने
वाराणसी साइबर क्राइम पुलिस के अनुसार, 24 अक्टूबर को चोलापुर क्षेत्र के गोसाईपुर निवासी ब्रिजेश यादव ने साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि साइबर ठगों ने उनका डेटा जॉब प्रोवाइडर कंपनी से हासिल कर उन्हें 'फाइनेंस 24' कंपनी में सेल्स एग्जीक्यूटिव की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इस नौकरी के माध्यम से, ब्रिजेश यादव को उनके मित्रों—रमेश प्रसाद प्रजापति, रवि कुमार, और वरुण कुमार राय को लोन दिलाने के बहाने ठगा गया। इस मामले में लाखों की ठगी की गई। शिकायत मिलने पर साइबर क्राइम पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसकी जिम्मेदारी साइबर क्राइम थाना के प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र को सौंपी गई।

गिरफ्तार किए गए ठगों की पहचान और काम करने का तरीका
अपर पुलिस उपायुक्त श्रुति श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीन ठगों की पहचान दीपक, जितेंद्र और मनोज के रूप में हुई है। इन सभी को नोएडा में ट्रेनिंग दी गई थी, जहां से उन्होंने फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोगों को ठगने का काम शुरू किया। यह गिरोह जरूरतमंद लोगों को लोन देने का झांसा देता था और उनसे एनओसी और फाइल चार्ज के नाम पर ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कराता था। ये ठग अब तक 100 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।

ठगों की गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
गिरोह के सदस्यों को नोएडा से गिरफ्तार किया गया, जहां वे फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहे थे। इनके पास से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और फर्जी दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जो ठगी के सबूत हैं। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है और उन लोगों की पहचान कर रही है, जो इस ठगी के शिकार हुए हैं।



साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस की अपील
साइबर क्राइम पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की फाइनेंस या लोन से संबंधित ऑफर्स की सत्यता की जांच खुद करें और किसी भी अज्ञात व्यक्ति या कंपनी पर तुरंत विश्वास न करें। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते ठगी के मामलों पर रोक लगाई जा सके।

जनता को जागरूक बनाने की कोशिश
साइबर क्राइम पुलिस की इस सफलता ने एक बार फिर से जनता को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया है। पुलिस का कहना है कि ठगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों से सावधान रहना जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। साइबर ठगी के मामलों की संख्या बढ़ने के कारण पुलिस इस दिशा में सतर्क है और जागरूकता अभियान चला रही है।

Also Read