धनतेरस के दिन कलेक्ट्रेट में आधा दर्जन से अधिक फैक्ट्रियों के ढाई सौ से अधिक कर्मचारी धरने पर बैठ गए। ये श्रमिक खाली कनस्तर और पीपे बजा रहे थे। फैक्ट्री संचालकों ने तो इन श्रमिकों की कोई सुनवाई नहीं की
श्रमिकों का भुगतान नहीं करने पर भड़के डीएम : फैक्ट्री मालिकों को दी चेतावनी, कहा- ताला डलवा दूंगा
Nov 09, 2024 20:34
Nov 09, 2024 20:34
धनतेरस के दिन धरने पर बैठे
डीएम ने आगे कहा, 'ये लोग बीमारी के नाम पर बैठक में नहीं आ रहे हैं। दिल्ली जाकर मेडिकल टेस्ट कराने के लिए उनके पास पैसे हैं। मगर मजदूरों का बकाया भुगतान करने के लिए उन्हें पैसे नहीं हैं।' डीएम ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दो-चार दिन में फिर से बैठक बुलाएं और देखें कि कैसे श्रमिकों को उनका हक नहीं मिल रहा। धरने पर बैठे श्रमिकों ने धनतेरस के दिन खाली बर्तन और पीपे बजाए थे। उनका कहना था कि दीपावली उनका सबसे बड़ा त्योहार है, लेकिन उनके घर में दो वक्त की रोटी भी नहीं है। उन्होंने जिलाधिकारी से यह पूछा कि आखिरकार कब तक वे खाली पीपों को बजाते रहेंगे।
सुबह से शुरू हुआ धरना
धरने का नेतृत्व कर रहे श्रमिक नेता चौधरी दिलीप सिंह ने बताया कि एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट और एसीएम ने श्रमिकों को समझाने की कोशिश की, लेकिन श्रमिक जिलाधिकारी से मुलाकात की मांग पर अड़े रहे। यह धरना सुबह से शुरू हुआ और रात 9 बजे तक चला, तब जाकर डीएम ने नुनिहाई स्थित जगदीश मेटल वर्क्स पर रात में ही ताला डलवा दिया। इसके साथ ही श्रम विभाग से बैनारा बेयरिंग पिस्टन के लिए रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर दिया और तहसीलदार को उसकी तामील करवाई। धनतेरस के दिन जिलाधिकारी ने प्रदर्शनकारी श्रमिकों से एक सप्ताह का समय मांगा और कहा कि दीपावली के बाद सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
फैक्ट्री मालिक रहे अनुपस्थित
इस क्रम में जिला अपर जिलाधिकारी नगर ने संबंधित छह फैक्ट्रियों के मालिकों के अलावा ईएसआई, श्रम विभाग, प्रोविडेंट फंड समेत अन्य विभागों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक बुलाई। श्रमिकों को भी बैठक में बुलाया गया था। श्रमिक नेता दिलीप सिंह के अनुसार, श्रम और ईएसआई के अधिकारी बैठक में पहुंचे, लेकिन भविष्य निधि विभाग का कोई अधिकारी नहीं आया। श्रमिकों के प्रतिनिधि बैठक में उपस्थित थे, लेकिन फैक्ट्री मालिकों की ओर से कोई भी बैठक में शामिल नहीं हुआ।
डीएम ऑफिस में बुलाई गई थी बैठक
डीएम के निर्देश पर यह बैठक 5 नवंबर को डीएम ऑफिस में बुलाई गई थी। इस बैठक में बैनारा बेयरिंग एंड पिस्टन के एक कर्मचारी ने अपने मालिक की मेडिकल रिपोर्ट लेकर बैठक में बताया कि फैक्ट्री मालिक की तबियत ठीक नहीं है। यह सुनकर जिलाधिकारी बेहद नाराज हो गए और कहा, "यह सिर्फ मजदूरों का बकाया न देने के लिए बहाना है। अगर दिल्ली में जाकर टेस्ट करा सकते हो, तो मजदूरों का भुगतान क्यों नहीं कर सकते?" इतना सुनते ही जिलाधिकारी ने कर्मचारी से कहा, "कह देना मालिक से, अगर भुगतान नहीं किया तो फैक्ट्री में ताला डलवा दूंगा।" इसके बाद वे बैठक से उठ गए और अधिकारियों से कहा कि वे जल्द से जल्द फिर से बैठक बुलाएं और फैक्ट्री मालिकों को बैठक में लाने का सुनिश्चित करें।
श्रमिकों का नहीं कर रहे भुगतान
श्रमिकों से संबंधित मामलों के समाधान के लिए डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी के निर्देश पर एडीएम सिटी द्वारा आयोजित बैठक में बैनारा बेयरिंग्स और पिस्टन लिमिटेड के निदेशक पन्नालाल जैन, बैनारा बेयरिंग और पिस्टन लिमिटेड द्वितीय यूनिट के मालिक, विनय आयरन फाउंड्री के मालिक, राजेश बैनारा (बैनारा ऑटो प्राइवेट लिमिटेड), और जगदीश मेटल वर्क्स के मालिक भी उपस्थित थे। इन सभी फैक्ट्रियों द्वारा अपने कर्मचारियों का बकाया भुगतान नहीं किया जा रहा है।
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