Jun 01, 2024 21:52
https://uttarpradeshtimes.com/agra/agra/amazing-feat-of-land-mafia-illegal-occupation-of-land-of-international-cricketer-poonam-yadav-who-has-increased-the-pride-of-agra-serious-allegations-against-lekhpal-and-sdm-21006.html
Agra News : विश्व पटल पर आगरा का नाम गौरवान्वित करने वाली अर्जुन अवार्डी अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर पूनम यादव भी भूमाफियाओं के जाल से बच नहीं सकी हैं। भूमाफियाओं ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। पुलिस कार्रवाई की तो भू माफियाओं ने तहसील में जमीन के कागजातों में हेराफेरी कर डाली। पूनम यादव के पिता ने तो लेखपाल से लेकर एसडीएम तक को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उनका कहना है कि 30 मई की सुनवाई का नोटिस 31 मई को प्लॉट पर चस्पा करा दिया गया। इससे परिजन अब अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
अर्जुन अवार्ड प्राप्त पूनम यादव वर्तमान में रेलवे टीम की कप्तान है। पूनम यादव के पिता रघुवीर में बताया कि फतेहाबाद रोड स्थित कुंडोल पर उन्होंने 2 साल पहले बुंदू कटरा निवासी कपिल यादव से साढ़े आठ सौ वर्ग गज का प्लॉट खरीदा था। रजिस्ट्री के बाद लेखपाल से दाखिल खारिज भी कराया गया। आरोप है कि होली पर कुछ लोगों ने प्लॉट पर लगे गेट का ताला तोड़कर अपना ताला लगा दिया। इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने ताला तोड़कर पूनम के पिता को फिर से कब्जा दिलाया।
पहले कपिल मित्तल, फिर ऋषि दुबे और उसके बाद लेखपाल ने किया फोन
पूनम के पिता का कहना है कि इसी साल फरवरी में उनके पास कपिल मित्तल का फोन आया उसने फोन पर कहा कि जमीन खाली कर दो जमीन हमारी है। उन्होंने कहा ऐसा कैसे हो सकता है उसका बैनामा तो उन्होंने 2 साल पहले ही कर लिया था। इसके बाद ऋषि दुबे नाम के व्यक्ति का फोन आया और उसने प्लॉट पर जब कब्जा कर लिया फिर भूपेंद्र लेखपाल का फोन आया और उसने थाना डौकी बुलाया और कहा कि आपकी जो जमीन है वह आपकी नहीं है बल्कि कपिल मित्तल की है। उसका नंबर 13 है, जबकि आपकी जमीन 14 नंबर की है। वह थाना डौकी पहुंचे, पुलिस को सारी कागजात दिखाए, रजिस्ट्री दिखाई और फिर उनसे पूछा कि अगर 13 नंबर की वह जमीन है तो 14 नंबर की जमीन कहां है वह मुझे दीजिए, लेकिन इस बात पर सब चुप पड़ गए।
लेखपाल की भूमिका संदिग्ध
पूनम यादव के पिता का कहना है कि जब उन्होंने प्लॉट खरीदा था तो उसकी रजिस्ट्री और उसका दाखिला खारिज सब लेखपाल भूपेंद्र ने कराया था। उसी ने दाखिला खारिज करने के बाद यह जमीन की नापतोल करके उन्हें दी थी, अब वही लेखपाल कह रहा है कि वह जमीन उनकी नहीं है बल्कि कपिल मित्तल की है। बड़ा सवाल यह है कि शायद लेखपाल को जमीन का ज्ञान ही नहीं रहा है इसीलिए तो वह कह रहा है कि उसे इस बारे में कुछ नहीं मालुम था उसने तो कानूनी प्रक्रिया को अंजाम दे दिया।
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी से की शिकायत
पूनम के पिता का आरोप है कि भूमाफियाओं ने लेखपाल से मिलकर जमीन के कागजों में हेराफेरी कर दी। अब कागजों में उनकी जमीन को ही गायब कर दिया गया है। इसकी शिकायत उन्होंने डिवीज़नल कमिश्नर रितु माहेश्वरी से की है। पिता का कहना है कि कमिश्नर ने अधीनस्थों को जांच कर 10 दिन में आख्या देने के निर्देश दिए हैं, लेकिन अधीनस्थ उनकी शिकायत को दावा कर बैठे रहे।
एसडीएम की कार्य प्रणाली पर सवाल
रघुवीर सिंह ने तो एसडीएम सदर की कर प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि बेटी उनसे मिलना चाहती थी समय नहीं दिया लेकिन 31 मई को उनके प्लॉट पर अधिकारियों ने नोटिस चस्पा किया। नोटिस में लिखा है कि 30 मई को अपने कागज लेकर कमेटी के समक्ष प्रस्तुत करें ताकि शिकायत का निस्तारण किया जा सके। लेकिन उन्होंने मना कर दिया था कि वह मैनपुरी में हैं और बेटी भी बाहर है, तो वह नहीं आ पाएंगे उन्होंने एसडीएम सदर से एक तारीख का समय मांगा था लेकिन एसडीएम ने बिना उन्हें कुछ कहे ही फोन काट दिया और फिर 31 मई को पहुंचकर अपनी कार्रवाई को अंजाम दे दिया।
सीएम योगी से लगाई गुहार
पूनम यादव का कहना है कि अब उन्होंने न्याय के लिए सीएम योगी से गुहार लगाई है। उन्हें उम्मीद है कि सीएम योगी उनकी गुहार सुनेंगे और वह भू -माफियाओं से उनकी जमीन को वापस दिलवाएंगे। क्योंकि स्थानीय स्तर पर जो अधिकारी बैठे हैं वह सब मिलीभगत से सीएम योगी के अभियान को पलीता लगा रहे हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार क्रिकेटर पूनम यादव का कहना है कि उनके खून पसीने की कमाई से वह जमीन खरीदी थी। एक नंबर का पैसा था स्टांप भी पूरे लगाए थे तो फिर उसे न्याय क्यों नहीं मिलेगा।