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Agra News : डॉक्टरों की बड़ी साजिश, कैंसर बताकर पैसा ऐंठने का प्रयास, 21 महीने बाद मामला दर्ज
Oct 24, 2024 12:03
Oct 24, 2024 12:03
ऐसे शुरू हुआ मामला
बताया जा रहा है कि किरावली के गांव कुकथला निवासी राजकुमार ने खांसी होने पर 17 जनवरी 2023 को एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रो. डॉ. टीपी सिंह को दिखाया था। मेडिकल कॉलेज में दिखाने के बावजूद राजकुमार के स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं दिखा। यही नहीं, उन्हें खून की उल्टी होने लगी। उसके बाद एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. टीपी सिंह ने डॉ. मुकेश शर्मा के पास फेफड़ों की बायोप्सी के लिए भेजा। जांच के लिए स्लाइड अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर, शांति मधुवन प्लाजा भेजी गई। क्लीनिकल पैथोलॉजी में जांच हुई। पैथोलॉजी लैब में फेफड़ों में कैंसर बताया गया।
टाटा मेमोरियल ने कैंसर से इंकार किया
पैथोलॉजी से रिपोर्ट आने के बाद चिकित्सकों ने राजकुमार को तुरंत उपचार की सलाह दी। उन्हें डर दिखाया गया कि दो-चार दिन ही उनकी जिंदगी के शेष बचे हैं। डॉक्टर द्वारा ऐसा कहे जाने पर पूरा परिवार घबरा गया। उन्होंने चिकित्सक की सलाह पर सिकंदरा स्थित पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी कैंसर एंड रिसर्च सेंटर के डॉ. संदीप अग्रवाल से स्कैन कराया। 11 फरवरी 2023 को रिपोर्ट दिखाने पर डॉ. मुकेश शर्मा ने ऑपरेशन की सलाह दी। डॉ. मुकेश शर्मा ने ऑपरेशन का खर्च करीब सात-आठ लाख रुपये बताया। उनके पास अचानक इतनी रकम का इंतजाम नहीं था। उन्होंने डॉक्टर के माध्यम से खुद को एम्स रेफर कराया। 13 फरवरी को मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल में गए, जहां पर 23 फरवरी तक उनकी जांच की गईं। आखिरी बार छह मार्च को रिपोर्ट निगेटिव आईं। मुंबई के टाटा मेमोरियल स्थिति कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने किसी भी तरीके के कैंसर होने से इन्कार कर दिया।
इन डॉक्टरों पर है गंभीर आरोप
यही नहीं, टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल के चिकित्सकों ने पूर्व में हुई जांच का सैंपल लाने को कहा। मगर, वह लैब में गए तो उन्हें सैंपल नहीं दिया गया। वह एक बार फिर पूर्ण संतुष्टि के लिए मुंबई कैंसर अस्पताल की जगह मेदांता हास्पिटल पहुंचे। यही नहीं, नोएडा में भी दिखाने गए। सभी चिकित्सकों ने कैंसर से इन्कार कर दिया। उन्हें बताया गया कि जिन्होंने कैंसर की रिपोर्ट दी है, उन्होंने आप लोगों से पैसे ऐंठने के लिए ऐसा किया है। अब पीड़ित ने आरोप लगाया है कि डॉ. टीपी सिंह, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. संदीप अग्रवाल, क्लीनिकल पैथोलॉजी लैब के डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल ने साजिश के तहत कैंसर की झूठी रिपोर्ट दी थी। ये लोग आठ-10 लाख रुपये ऐंठना चाहते थे।
दो डॉक्टरों पर एफआईआर
किरावली के पीड़ित किसान राजकुमार को दो महीने तक मामूली जुकाम से कैंसर बताने के बाद दो माह तक मानसिक, आर्थिक और शारीरिक पीड़ा झेलनी पड़ी। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ और सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव से शिकायत की है। 21 महीने बाद इस मामले में दो पैथोलॉजिस्ट के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पीड़ित ने जांच कराने वाले तीन डाक्टरों पर भी साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है। थाना हरीपर्वत के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पैथोलॉजिस्ट डॉ. अर्पित अग्रवाल और डॉ. अनिल अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में अब जांच की जा रही है।
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