ताजमहल में पर्यटकों के लिए एक नई व्यवस्था लागू की गई है, जिसके तहत अब मुख्य गुंबद तक पानी की बोतल ले जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
एएसआई ने उठाया बड़ा कदम : अब नहीं ले जा सकेंगे ताजमहल में मुख्य गुंबद पर पानी की बोतल, जानें क्यों
Aug 06, 2024 00:07
Aug 06, 2024 00:07
सोमवार से लागू होगी नई नीति
यह नई नीति सोमवार दोपहर से प्रभावी हो गई है। इसके अंतर्गत, पर्यटक ताजमहल के मुख्य गुंबद तक पानी की बोतल नहीं ले जा सकेंगे। उन्हें केवल चमेली फर्श तक ही पानी की बोतल ले जाने की अनुमति होगी। यदि बोतल में पानी बचा है, तो उसे वहीं पर समाप्त करना होगा और खाली बोतल को उस स्थान पर रखे डस्टबिन में डालना होगा। इसके बाद ही उन्हें मुख्य गुंबद की ओर जाने की अनुमति मिलेगी।
सुरक्षा और संरक्षा को ध्यान में रखकर लिया फैसला
इस निर्णय के पीछे मुख्य कारण ताजमहल पर लगातार हो रही गंगाजल चढ़ाने की घटनाएं हैं। हाल ही में, दो बार पानी की बोतल में गंगाजल लेकर उसे मुख्य गुंबद पर चढ़ाने की घटनाएं प्रकाश में आईं थीं। इन घटनाओं ने सुरक्षा संबंधी चिंताओं को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप यह नया प्रतिबंध लगाया गया है। ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि इस निर्णय का उद्देश्य ताजमहल की सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी और उमस के मौसम को देखते हुए, मुख्य गुंबद पर पहले से ही पानी की बोतलें और ओरआरएस घोल उपलब्ध कराया गया है। यदि किसी पर्यटक को पानी की जरूरत होती है, तो वे वहां से प्राप्त कर सकते हैं।
नए प्रतिबंध की हो रही आलोचना भी
हालांकि, इस नए प्रतिबंध पर कुछ विरोध भी व्यक्त किए गए हैं। उत्तर प्रदेश टूरिस्ट गाइड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने इस निर्णय की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि इतनी गर्मी और उमस के मौसम में पर्यटकों को पानी की बोतल ले जाने की अनुमति नहीं देना उचित नहीं है। उनका मानना है कि इस तरह के प्रतिबंध की बजाय सुरक्षाकर्मियों की निगरानी को बढ़ाना चाहिए। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य ताजमहल की संरक्षा को सुनिश्चित करना और पर्यटकों की सुविधाओं को भी ध्यान में रखना है।
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