उत्तर प्रदेश करीब 8 साल पहले उच्च शिक्षा को लेकर बेहद पिछड़ा हुआ था। यहां पर यूजीसी द्वारा दी जाने वाली ग्रेडिंग को तो छोड़ ही दीजिए, यहां के सरकारी विश्वविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव था। कुछ अपवाद विश्वविद्यालयों को...
Agra Exclusive : यूपी में खुलेंगे 15 नए विश्वविद्यालय, युवाओं के विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ने का रास्ता साफ...
Nov 02, 2024 15:06
Nov 02, 2024 15:06
- सरकारी और निजी यूनिवर्सिटी की फीस एक सामान होगी, अगले सत्र से दिखेगा असर।
- अब हर जिले में सरकारी विश्वविद्यालय खोलने के प्रयास तेज।
- यूपी में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता के साथ युवाओं को रोजगार देने की कोशिश।
यूपी में खुलेंगे 15 नए विश्वविद्यालय
उत्तर प्रदेश टाइम्स से विशेष बातचीत में सूबे के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि साल 2017 से पहले उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा के मामले में बीमारू राज्य हुआ करता था, लेकिन आज उच्च शिक्षा में बड़ा बदलाव आया है। यहां पर कभी विद्यार्थियों को आधारभूत ढांचा भी सुलभ नहीं था। इसी प्रदेश में आज विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा को लेकर इतिहास ही नहीं लिख रहे, बल्कि युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री बताया कि उत्तर प्रदेश में 06 सरकारी विश्वविद्यालय ऐसे हैं, जिन्हें A++, 05 को A+, और 05 को A ग्रेड प्राप्त हुआ है। इन सभी सरकारी विश्वविद्यालय के साथ-साथ 05 निजी विश्वविद्यालयों को A++ और 05 को A ग्रेड मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में विश्वविद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर में ही नहीं, बल्कि शिक्षा में भी सुधार किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश में 22 सरकारी विश्वविद्यालय, 46 निजी यूनिवर्सिटी, एक Deemed University और एक ओपन विश्वविद्यालय है। यही नहीं, कुछ दिन पूर्व सीएम योगी के नेतृत्व में कैबिनेट में 15 नए विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय लिया गया है।
सरकारी और निजी दोनों की फीस एक बराबर
योगेंद्र उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि दो साल में 15 नए विश्वविद्यालय का असर दिखाई देने लगेगा। सरकारी और निजी विश्वविद्यालयों को लेकर छात्रों में भ्रम रहता है। इसे भी अब जल्दी दूर किया जाएगा। अब सरकारी विश्वविद्यालय की तरह प्राइवेट विश्वविद्यालयों की फीस भी समकक्ष ही रहेगी। इसका असर भी एक साल बाद दिखाई देने लगेगा। हमारे सरकारी विश्वविद्यालय भी किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी से कम नहीं हैं। आज प्रदेश के युवाओं में गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी के प्रति रूझान बढ़ा है। हमारे सभी विश्वविद्यालय शिक्षा देने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार देने का भी काम कर रहे हैं।
एक छत के नीचे मिलेगी नर्सरी से उच्च शिक्षा
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को अच्छी एवं महंगी शिक्षा लेने के लिए विदेश में न जाना पड़े, इसके लिए कई विश्वस्तरीय विश्वविद्यालयों से बात चल रही है। एक वर्ष में प्रदेश के अंदर ऐसे विश्वविद्यालय की शुरुआत हो जाएगी। उत्तर प्रदेश के युवा भी विदेशी यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ-साथ भारत की टॉप प्राइवेट यूनिवर्सिटी भी यूपी की तरफ रुख कर रही हैं। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, गलगोटिया, शारदा यूनिवर्सिटी जैसे विश्वविद्यालय भी अब उत्तर प्रदेश की ओर रुख कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना थी कि प्रारंभिक शिक्षा से लेकर बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा एक ही छत के नीचे मिले। इसी परिकल्पना को सरकार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में 6 यूनिवर्सिटी खोली जा रही हैं। इसमें ताजनगरी का आरबीएस कॉलेज भी एक केंद्र है। यहां पर नर्सरी केजी से लेकर 12वीं तक की शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा भी मिलेगी। उच्च शिक्षा मंत्री ने दो साल में आधारभूत ढांचा तैयार होने की उम्मीद जताई है।
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