प्रसिद्ध बांकेबिहारी मंदिर के आसपास हो रहे अतिक्रमण को लेकर एक बड़ी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। मंदिर क्षेत्र में 81 अतिक्रमण की एक सूची सोशल मीडिया पर वायरल होने से स्थानीय लोगों...
बांकेबिहारी में मचा हड़कंप : मंदिर के आसपास चिह्नित हुए 81 अतिक्रमण, हाईकोर्ट ने दिए हटाने के आदेश
Oct 21, 2024 10:47
Oct 21, 2024 10:47
हाईकोर्ट ने दिए हटाने के आदेश
यह मामला तब सामने आया जब याचिकाकर्ता अनंत शर्मा और अन्य ने बांकेबिहारी मंदिर में बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की। याचिका में उन्होंने मंदिर के आसपास भीड़ प्रबंधन में सुधार की मांग की और अतिक्रमण के चलते श्रद्धालुओं को हो रही दिक्कतों का मुद्दा उठाया। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान वृंदावन क्षेत्र के प्रशासन को आदेश दिया कि वह मंदिर के चारों ओर फैले अतिक्रमण को हटाए और भविष्य में भीड़ प्रबंधन के लिए उचित कदम उठाए। इसके बाद नगर निगम ने मंदिर क्षेत्र में सर्वेक्षण कर 81 अतिक्रमणों को चिह्नित किया। जिसमें दुकानदारों, मकान मालिकों और मंदिर सेवायतों द्वारा बनाए गए पक्के निर्माण शामिल हैं। इन निर्माणों में आरसीसी स्लैब, छज्जा, चबूतरा और सीढ़ियाँ शामिल हैं। जो अवैध रूप से सार्वजनिक स्थानों पर कब्जा करके बनाए गए थे।
अतिक्रमणकारियों में सेवायत भी शामिल
वायरल हो रही सूची में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि अतिक्रमण करने वालों में 12 से अधिक सेवायत गोस्वामी भी शामिल हैं। जो बांकेबिहारी मंदिर से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा मंदिर के आसपास के मुख्य मार्गों और परिक्रमा गली नंबर एक से लेकर स्नेह बिहारी मंदिर तक कई दुकानदारों और मकान मालिकों ने अवैध रूप से निर्माण कर रखा है। सूची के वायरल होने से स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में बेचैनी फैल गई है। बहुत से लोगों को अपने घरों और दुकानों के आगे किए गए पक्के निर्माण को लेकर चिंता सताने लगी है। मंदिर के आसपास के व्यापारी जिनका व्यापार इस क्षेत्र में फैले श्रद्धालुओं पर निर्भर है। इस कार्रवाई से अपने धंधे पर बुरा असर पड़ने की आशंका जता रहे हैं।
नगर निगम का बयान
वृंदावन जोन के अपर नगर आयुक्त सीपी पाठक ने पुष्टि की है कि नगर निगम ने हाईकोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए बांकेबिहारी मंदिर क्षेत्र में अतिक्रमण की पहचान की है। उन्होंने बताया कि मुख्य मार्ग, परिक्रमा और मंदिर के द्वारों के सामने कई लोगों ने आरसीसी की स्लैब, छज्जा और सीढ़ियाँ बनाकर अतिक्रमण किया हुआ है। जिन्हें अब हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सीपी पाठक ने कहा, "हमने न्यायालय के आदेश के अनुपालन में मंदिर के चारों ओर अवैध निर्माण को चिह्नित कर लिया है। इस सूची में सेवायतों के अलावा कई दुकानदार और रेस्टोरेंट मालिक भी शामिल हैं। जल्द ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी और अतिक्रमण को हटाया जाएगा।"
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर स्थानीय प्रतिक्रियाएँ
अतिक्रमण हटाने के आदेश से स्थानीय निवासियों में भारी नाराजगी और चिंता फैल गई है। बांकेबिहारी मंदिर के आसपास के दुकानदारों का कहना है कि उनका व्यापार मुख्य रूप से मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं पर निर्भर करता है और अगर उनकी दुकानों के बाहर के निर्माण को ध्वस्त किया जाता है, तो इसका सीधा असर उनके व्यवसाय पर पड़ेगा। वहीं सेवायत गोस्वामी भी अपने नाम इस सूची में देखकर असमंजस में हैं। एक स्थानीय दुकानदार ने कहा, "हमारे लिए ये व्यापार ही हमारी आजीविका का साधन है। हमने यहां श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही कुछ पक्के निर्माण किए हैं। अगर इन्हें हटा दिया जाता है तो हमारा काम बहुत प्रभावित होगा।" हालांकि कुछ स्थानीय लोग इस कार्रवाई का समर्थन भी कर रहे हैं। जो अतिक्रमण के कारण मंदिर क्षेत्र में लगातार भीड़ और अव्यवस्था से परेशान थे। उनका मानना है कि इस अतिक्रमण के हटने से मंदिर के पास की जगह साफ-सुथरी हो जाएगी और श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था भी बेहतर होगी।
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