नगर निगम द्वारा मथुरा वृंदावन में पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति की सही जानकारी के लिए जगह-जगह लगाए गए AQI इंडेक्स बोर्ड देखरेख के अभाव में दम तोड़ चुके हैं। लेकिन, नगर निगम प्रशासन को यह ध्यान ही नहीं है कि उन्होंने कभी शहर...
Mathura News : रखरखाव के अभाव में शोपीस बने AQI बोर्ड, जानें क्या कहते हैं नगर निगम के अफसरों
Nov 19, 2024 15:57
Nov 19, 2024 15:57
अफसर को नहीं पता बोर्ड कहां है
नगर निगम प्रशासन द्वारा करीब 4 साल पूर्व शहर के हृदय स्थल गांधी पार्क एवं विद्यापीठ चौराहे के निकट सुलभ शौचालय की छत पर AQI इंडेक्स बोर्ड लगवाए गए थे, जो आज देखरेख के अभाव में पूरी तरह से शोपीस बने हुए हैं। स्थिति यह है कि लगभग कंडम स्थिति में हो चुके ये बोर्ड बंदरों के झूले बने हुए हैं। ताज्जुब की बात तो यह है कि इन AQI इंडेक्स बोर्ड के बारे में नगर निगम के अवर अभियंता निर्माण अरुण कुमार से इनके रखरखाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस तरह के किसी बोर्ड के लगे होने से अनभिज्ञता जाहिर की। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम के अधिकारी अपने काम और नगर निगम की संपत्ति के प्रति कितने जागरूक हैं।
प्रदूषण की स्थिति भयावह
गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में इन दोनों प्रदूषण की स्थिति काफी भयावह बनी हुई है। कुछ ऐसी ही स्थिति धर्म नगरी वृंदावन में भी देखने को मिल रही है, जिसका जीता जागता प्रमाण मोबाइल फोन पर मिल रही वेदर रिपोर्ट से लगाया जा सकता है, जिसमें वृंदावन में AQI इंडेक्स 433 और पर्टिकुलेट मैटर यानी पीएम 10 की स्थिति 350 के पार है। जोकि 10 माइक्रोन से भी कम होनी चाहिए। लेकिन, नगर निगम प्रशासन यहां की बिगड़ी पर्यावरण की स्थिति को सुधारने के लिए किसी भी तरह का कोई प्रयास नहीं कर रहा है। स्थिति यह है कि सड़क पर चल रहे लोगों की सांस के साथ प्रदूषण शरीर में प्रवेश कर रहा है, वहीं आंखों में भी जलन और खुजली महसूस हो रही है।