शरद पुर्णिमा के अवसर पर कार्ष्णि गुरु शरणानंद जी महाराज के आश्रम में योग गुरु बाबा रामदेव पहुंचे। जहां उन्होंने सन्तों संग यमुना पूजन...
Mathura News : कार्ष्णि गुरु संग योग गुरु ने किया यमुना पूजन, चुनरी ओढ़ाई
Oct 16, 2024 23:17
Oct 16, 2024 23:17
पीठाधीश्वर कार्ष्णि गुरुशरणानंद महाराज ने कहा शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा षोडश कलाओं से युक्त होता है। उसकी किरणों से अमृत वर्षा होती है। इस विशेषता के कारण प्रभु श्रीकृष्ण ने इसे रासोत्सव के लिए उपयुक्त माना। शरद पूर्णिमा की सुबह आराध्य देव को श्वेत वस्त्राभूषण से सज्जित कर पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
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गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज ने कहा रमणरेती एक रमणिक स्थल है उसी आधार पर ब्रह्माण्ड घाट भी अपने आप में एक अलौकिक माना जाता है। यमुना मां यमुना की कल-कल निर्मल धारा बह रही है जो एक अद्वितीय है। इसी दौरान गोविन्द तीर्थ महाराज, एवं अन्य संतों ने प्रवचन किए।
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ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर कार्ष्णि स्वरुपा नंद महाराज कार्ष्णि दिव्यानंद महाराज, कार्ष्णि हरदेवानंद महाराज, भानु पीठाधीश्वर प्रेमानंद महाराज, दिनेश मिश्रा,चंदर अरोड़ा आदि भक्त मौजूद रहे।
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