पाकिस्तान से धमकी भरा मैसेज : श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार को जान से मारने की धमकी, एसटीएफ और एटीएस को जांच की जिम्मेदारी

श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार को जान से मारने की धमकी, एसटीएफ और एटीएस को जांच की जिम्मेदारी
UPT | श्रीकृष्ण जन्मभूमि

Nov 15, 2024 00:10

श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार और श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष पांडेय को पाकिस्तान से बम धमाके की धमकी मिली है।

Nov 15, 2024 00:10

Mathura News : श्रीकृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही ईदगाह मस्जिद मामले में एक बार फिर तनाव बढ़ता नज़र आ रहा है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्य पक्षकार और श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष पांडेय को पाकिस्तान से बम धमाके की धमकी मिली है। यह धमकी उन्हें व्हाट्सएप मैसेज के जरिए बुधवार, 13 नवंबर की रात को मिली। धमकी देने वाले ने 19 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट और 20 नवंबर को आशुतोष पांडेय को बम से उड़ाने की धमकी दी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसटीएफ और एटीएस को जांच का जिम्मा सौंप दिया है। साथ ही, मथुरा पुलिस ने भी मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।

व्हाट्सएप के जरिए मिली धमकी
मुख्य पक्षकार आशुतोष पांडेय ने बताया कि बुधवार रात 9:36 बजे उनके मोबाइल पर पाकिस्तान के एक नंबर +92 302 9854231 से व्हाट्सएप मैसेज आया। इस संदेश में उन्हें और इलाहाबाद हाईकोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। मैसेज भेजने वाले ने गाली-गलौज भी की और उन्हें बार-बार जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पांडेय ने मामले की सूचना मथुरा के एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय और एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार को दी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इस घटना की जानकारी देते हुए मेल के जरिए शिकायत दर्ज कराई। मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले की गंभीरता को समझते हुए डीजीपी को निर्देशित किया, जिसके बाद एसटीएफ आगरा और एटीएस को संयुक्त जांच का जिम्मा सौंपा गया।

इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले मिली धमकी
आशुतोष पांडेय के अनुसार, धमकी का उद्देश्य उन्हें 19 नवंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई में शामिल होने से रोकना है। इस दिन दोपहर 2 बजे से कोर्ट नंबर 86 में श्रीकृष्ण जन्मभूमि बनाम शाही मस्जिद ईदगाह के 18 मामलों की सुनवाई होनी है। पांडेय इस मामले में मुस्लिम पक्षों के प्रार्थना पत्रों पर आपत्तियां दर्ज कराते हैं और कोर्ट में बहस करते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्हें सात बार जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं, जिनमें से हर बार उन्होंने संबंधित थानों में मुकदमे दर्ज कराए हैं।

पुलिस ने की जांच की शुरुआत
मथुरा पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सोशल मीडिया और व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि अगर उन्हें लिखित तहरीर प्राप्त होती है, तो मामले में मुकदमा भी दर्ज कर लिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए सभी उपलब्ध साक्ष्यों की जांच कर रही है।



पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां
पांडेय को पहली बार मार्च 2023 में धमकी मिली थी, जिसका मुकदमा थाना जैत में दर्ज किया गया था। इसके बाद जनवरी 2024, फरवरी 2024, मार्च 2024, मई 2024 और अब 13 नवंबर 2024 को उन्हें धमकियां दी गई हैं। हर बार उन्होंने इन धमकियों की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी है और संबंधित थानों में केस दर्ज कराया है।

पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था सख्त
पुलिस प्रशासन ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। एसटीएफ और एटीएस के अधिकारियों ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी स्थिति में हाईकोर्ट और श्रीकृष्ण जन्मभूमि पक्षकार की सुरक्षा में कोई कमी न रहे। धमकी के इस मामले ने न सिर्फ मथुरा बल्कि पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

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