Agra News : रेलवे बढ़ रहा डिजिटाइजेशन की तरफ, आगरा रेल डिवीजन में 350 रेल कर्मियों के हाथों में एचएचटी

रेलवे बढ़ रहा डिजिटाइजेशन की तरफ, आगरा रेल डिवीजन में 350 रेल कर्मियों के हाथों में एचएचटी
UP Times | Agra Railway Division

Jan 12, 2024 14:18

ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को कई बार जल्दबाजी में टिकट नहीं मिल पाती और वह चलती ट्रेन में चढ़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में यात्रियों पर रेलवे चलती ट्रेनों में भारी जुर्माना लगता है। कभी-कभी तो हालात...

Jan 12, 2024 14:18

Short Highlights
  • एचएचटी के माध्यम से रेल यात्री जुर्माना और अन्य भुगतान डिजिटल माध्यम से किसी भी परेशानी से बच सकेंगे
  • डिजिटल भुगतान से जहां रेलवे की आय में बढ़ोतरी होगी, वहीं यात्री भी जेल जाने से बच सकेंगे 
Agra News (प्रदीप रावत) : ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को कई बार जल्दबाजी में टिकट नहीं मिल पाती और वह चलती ट्रेन में चढ़ जाते हैं। ऐसी स्थिति में यात्रियों पर रेलवे चलती ट्रेनों में भारी जुर्माना लगता है। कभी-कभी तो हालात ऐसे हो जाते हैं कि उन्हें जुर्माने का भुगतान न करने के चलते जेल भी जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए रेलवे ने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग शुरू किया है। रेलवे अब अपने सभी टीटीई और ट्रेनों में सघन चेकिंग करने वाले स्टाफ को हेड हेल्ड टर्मिनल (एचएचटी) उपलब्ध करा रहा है। आगरा रेल डिवीजन में भी वाणिज्य विभाग द्वारा रेलवे चेकिंग स्टाफ को 350 मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। अब यात्री इस एचएचटी मशीन से डिजिटल भुगतान कर जुर्माना भर कर परेशानी से बच सकेंगे।

पीएम के डिजिटाइजेशन को बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए मंचों से युवाओं और सरकारी तंत्र को इस सिस्टम से जुड़ने के लिए कहते रहे हैं। आज हर हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल है। देश भी तेजी के साथ डिजिटल लेनदेन की तरफ बढ़ रहा है। डिजिटल भुगतान सर्व सुलभ होने के बाद अब लोग जेब में ज्यादा नगदी लेकर नहीं चलते हैं। आगरा रेल मंडल ने भी लोगों की डिजिटल भुगतान की बढ़ती आदत को समझते हुए टिकट चेकिंग स्टाफ के हाथों में एचएचटी थमा दिए हैं। आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव के अनुसार आगरा मंडल में 350 टिकट चेकिंग स्टाफ को एचएचटी दे दिए गए हैं। इनमें ट्रेन में चलने वाले, स्टेशन ड्यूटी करने वाले, बस स्क्वाड में शामिल सभी टीटीई शामिल हैं। अब जिस भी यात्री को रेलवे को किसी भी तरह का जुर्माना और भुगतान करना है तो वह मशीन में जनरेट होने वाले क्यूआरकोड को अपने मोबाइल में स्कैन करके ऐसा कर सकते है।

डिजिटाइजेशन से रेलवे की आय में बढ़ावा
बट यादें कि जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि जहां इन एचएचटी मशीनों से रेल कर्मियों का समय बचेगा, इसके साथ ही इस डिजिटल प्रणाली से रेलवे की आय में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि आजकल हर व्यक्ति के पास एंड्रॉयड मोबाइल है, यात्रियों को जेल जाने या अन्य परेशानी से बचने के लिए यह एक बेहतर विकल्प है। दरअसल, जिस टीटीई के हाथ में एचएचटी होगी वह चेकिंग के दौरान यात्री से जुर्माना और किसी भी तरह की भुगतान लेने के लिए मशीन में पूरी तरह जानकारी भरकर क्यूआर कोड जनरेट करेगा। यात्री उस क्यूआर कोड को अपने मोबाइल से स्कैन करके भुगतान करेंगे। इससे लेनदेन में पारदर्शिता रहेगी और टिकट चेकिंग स्टाफ पर जबरन उगाही के आरोप से भी बचा जा सकेगा।

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