आगरा में साइबर अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ताजा मामले में शहर के एक वरिष्ठ अधिवक्ता को 72 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया, जिससे न केवल अधिवक्ता बल्कि पुलिस भी सकते में आ गई।
Agra News : वरिष्ठ अधिवक्ता बने साइबर अपराधियों के शिकार, 72 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा
Aug 21, 2024 03:07
Aug 21, 2024 03:07
ऐसे फंसाया झांसे में
अधिवक्ता को एक नंबर से फोन किया गया, जिस पर दिल्ली पुलिस का लोगो लगा हुआ था। फोन करने वाले ने खुद को आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार गौतम बताया और बताया कि अधिवक्ता की आईडी से एक मोबाइल नंबर खरीदा गया है। इस नंबर का उपयोग सैक्स स्कैंडल और अश्लील संदेशों के प्रचार में किया गया है। अपराधी ने अधिवक्ता को धमकी दी कि यदि वे इस मामले में कोई कदम नहीं उठाते, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
72 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा
इसके बाद, अपराधी ने एक फर्जी एफआईआर की कॉपी भी अधिवक्ता को भेज दी, जिससे उन्हें विश्वास हो गया कि यह मामला वास्तव में गंभीर है। अपराधी ने यह भी कहा कि यदि अधिवक्ता ने इस घटना की जानकारी किसी और को दी, तो उन्हें आधे घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस डर से अधिवक्ता ने अगले 72 घंटे तक इस मामले को किसी के साथ साझा नहीं किया और साइबर अपराधियों के दबाव में आ गए।
दीवानी परिसर में फैला आक्रोश
इस घटना से दीवानी परिसर में आक्रोश फैल गया है, और अधिवक्ताओं के बीच इस बात को लेकर चिंता बढ़ गई है कि साइबर अपराधी किस तरह से किसी को भी आसानी से अपने जाल में फंसा सकते हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता के साथ हुई इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को भी चौकस कर दिया है। अधिवक्ताओं ने इस घटना के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है और आगे की रणनीति बनाने में जुट गए हैं।
पुलिस की जांच जारी
आगरा पुलिस ने इस घटना की गंभीरता को समझते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वे साइबर अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करेंगे। इस घटना ने न केवल अधिवक्ता समुदाय को बल्कि आम जनता को भी साइबर सुरक्षा के प्रति सचेत किया है। लोगों को अब और अधिक सावधान रहने की जरूरत है ताकि वे ऐसे किसी भी जाल में न फंसें।
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