आगरा एक ऐसा शहर है, जहां ताजमहल सहित आधा दर्जन से अधिक पुरातत्व स्मारक हैं। यही कारण है कि आगरा में विदेशी सैलानियों की संख्या अधिक रहती है। विदेशी सैलानियों के साथ-साथ देसी सैलानियों की भी अच्छी खासी संख्या प्रतिदिन...
Agra News : ताजनगरी की आबोहवा बेहद खराब, देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर, ये हैं कारण...
Oct 23, 2024 13:11
Oct 23, 2024 13:11
अधिकारियों में सुप्रीम कोर्ट का खौफ नहीं
त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही शहर की आबोहवा में जहर घुल रहा है। जब दीपावली का पर्व आता है, आगरा में प्रदूषण का स्तर चरम पर होता है। यह हाल तब है, जब आगरा की सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के साथ-साथ ताज ट्रिपोजियम जोन प्राधिकरण निगरानी करते हैं। इन सबके बावजूद आगरा का प्रदूषण स्तर बढ़ना चौंकाता है, यानी आगरा के प्रशासनिक अधिकारियों, विशेष तौर पर नगर निगम अधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट और टीटीजेड का कोई खौफ नहीं है।
इन मरीजों को अधिक परेशानी
एक तरफ हवा में जहर खुल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। चिकित्सकों का कहना है कि इस सीजन में घरों में अधिक साफ सफाई होती है। इससे शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है, जो बच्चों और बुजुर्गों के लिए हानिकारक साबित होता है। प्रदूषण उन लोगों के लिए अधिक घातक है, जो एलर्जी एवं अस्थमा के मरीज होते हैं। इनके साथ-साथ हवा में जहर घुलने से आंखों में दिक्कत के साथ ही त्वचा एवं जुकाम खांसी के मरीज अधिक बढ़ जाते हैं।
ये भी है एक कारण
ताजनगरी में आबोहवा का इस स्तर तक पहुंचाने का मुख्य कारण शहर में मेट्रो का निर्माण कार्य के साथ-साथ कासगंज क्षेत्र के होटल में वाहनों का उत्सर्जन भी है। शाम को संख्या अधिक बढ़ जाती है और जाम लग जाता है। एग्जाम भी प्रदूषण की वजह बनता है। इसके साथ ही इस क्षेत्र के होटलों में सफाई कार्य चल रहा है। यह भी धूल भरे कण फैलाने का काम कर रहे हैं।
हवा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास
शहर में बढ़ रहे प्रदूषण स्तर को लेकर नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल सक्रिय हो गए हैं। अगर आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि शहर में किए जा रहे निर्माण कार्यों की जांच करें, यदि कहीं धूल उड़ती पाई जाती है तो कार्रवाई की जाएं। निर्माण स्थल को ग्रीन कर्टन से कवर किया जाना चाहिए। निर्माण सामग्री पर पानी का छिड़काव आवश्यक है। नगर आयुक्त ने शहर के नागरिकों एवं दुकानदारों से अपील की है कि वे घरों या दुकानों से निकले कचरे को जलाकर आबोहवा को खराब न करें। घर से निकला हुआ कूड़ा एवं कचरा नगर निगम के कूड़ा कलेक्शन वाहनों को ही दें। शहर के प्रदूषण में कमी लाने के लिए नगर निगम अपने एक दर्जन से अधिक वाहनों से वॉटर स्प्रिंकलिंग और मैकेनिकल स्वीपिंग करा रहा है। इस पानी के छिड़काव से हवा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
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