ठंड से बचाने के लिए Wildlife SOS के खास इंतजाम : गर्म दलिया और चिकन शोरबा खा रहे भालू , हाथी भी करवा रहे तेल मालिश

गर्म दलिया और चिकन शोरबा खा रहे भालू , हाथी भी करवा रहे तेल मालिश
UPT | वाइल्ड लाइफ एसओएस ने हाथियों एवं भालुओं को सर्द हवाओं और ठण्ड से बचाने के लिए किए विशेष इंतजाम

Dec 02, 2024 16:45

जैसे-जैसे सर्द हवाएं और ठंड पूरे उत्तर भारत में अपना प्रकोप दिखा रही है, वाइल्डलाइफ एसओएस (Wildlife SOS) ने उनकी देखभाल में रह रहे स्लॉथ भालुओं और हाथियों को गर्म और आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए उपायों को लागू किया है।

Dec 02, 2024 16:45

Agra News : उत्तर भारत में सर्द हवाओं और ठंड के चलते, वाइल्डलाइफ एसओएस (Wildlife SOS) ने अपने संरक्षण में रहने वाले भालू और हाथियों के लिए गर्म, स्वस्थ और आरामदायक वातावरण प्रदान करने के लिए उपाय किए हैं। मथुरा में हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र और आगरा में भालू संरक्षण केंद्र में, उत्पीड़न और क्रूरता के शिकार इन बचाए गए जानवरों को गर्म रखने और उनकी ज़रूरतों को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मथुरा में हाथियों की देखभाल
मथुरा में हाथी संरक्षण एवं देखभाल केंद्र में बचाए गए हाथियों को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए, अतिरिक्त इन्सुलेशन परत के साथ डिज़ाइन किए गए ऊनी कंबल, वृद्ध हाथियों को जरा चिकित्सा सेवाएं(Geriatrics Services) प्रदान की जा रही हैं, जो कम तापमान के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील हैं। इसके अतिरिक्त, ठंडी हवाओं को अंदर आने से रोकने के लिए उनके बाड़ों में हलोजन लैंप और तिरपाल कवर भी लगाए गए हैं। हाथियों को लौंग और तिल के तेल की मालिश पसंद है, खून के संचारण को बढ़ाता है और गठिया (जो वृद्ध हाथियों में एक आम बीमारी है) जैसी बीमारियों से राहत दिलाती है। पाचन और शरीर में आंतरिक गर्मी को बढ़ावा देने के लिए उनके आहार में गुड़, मसाले और गर्म दलिया शामिल किया जाता है।

वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण कहते हैं कि हमने जिन हाथियों को बचाया है, वे पहले कई तरह की मुश्किलों से गुज़र चुके हैं। सर्दियों के दौरान उनकी सहूलियत सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है, खासकर बूढ़े हाथियों के लिए जो ठंड से होने वाली बीमारियों के प्रति ज़्यादा संवेदनशील होते हैं।

आगरा में भालुओं की विशेष देखभाल
वाइल्डलाइफ एसओएस आगरा में दुनिया का सबसे बड़ा स्लॉथ भालू संरक्षण केंद्र संचालित करता है, जहां भालूओं को विशेष शीतकालीन देखभाल मिल रही है। उनके आहार में अब बाजरा से बना गर्म दलिया, प्रोटीन के लिए चिकन शोरबा या उबले अंडे और अतिरिक्त पोषण के लिए खजूर शामिल हैं। उनकी प्रतिरोधक श्रमता को मजबूत करने के लिए पशु चिकित्सा टीम विटामिन के साथ-साथ लीवर सप्लीमेंट भी देती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि भालू ठंड के महीनों के दौरान स्वस्थ और आरामदायक रहें।

धान के भूसे और सूखी घास जैसी गर्म सामग्री का बिस्तर उनके बाड़ों, मांदों और झूलों में फैलाया जाता है। आर्थराइटिस से पीड़ित भालुओं को अतिरिक्त आराम प्रदान करने के लिए हीटर लगाए गए हैं। धूप भरी दोपहर के दौरान, भालू अक्सर धूप सेंकने और शांति से झपकी लेने के लिए अपने द्वारा खोदे गए मिट्टी के गड्ढों में जा कर विश्राम करते हैं।

पशु चिकित्सा टीम की भूमिका
वाइल्डलाइफ एसओएस के पशु चिकित्सा सेवाओं के उप निदेशक डॉ. एस इलैयाराजा ने कहा कि हमारे संरक्षण में आने वाले हाथियों और भालुओं दोनों के लिए शीतकालीन देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है। गर्मी के अलावा, हमारा उद्देश्य उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे आराम और समृद्धि से भरे मौसम का आनंद लें।

Also Read

नाबालिग बच्चे की हत्या का खुलासा, मां और चाचा पर आरोप

3 Dec 2024 06:18 PM

आगरा Agra News : नाबालिग बच्चे की हत्या का खुलासा, मां और चाचा पर आरोप

थाना पिनाहट क्षेत्र के नयापुरा गांव में 28 नवंबर को लापता हुए आठ वर्षीय मासूम बच्चे की हत्या का मामला रविवार को सामने आया, जब पुलिस ने बंद बोरे में उसका शव बरामद किया। और पढ़ें