शहर में बढ़ते ट्रैफिक जाम और अव्यवस्थित ई -रिक्शा संचालन से परेशान नागरिकों को जल्द ही राहत मिलने की उम्मीद है ।इसको लेकर नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस ने प्लान बनाया है।
अलीगढ़ शहर में अव्यवस्थित ई-रिक्शा से जल्द मिलेगी निजात : ऑनलाइन पंजीकरण से होगा समाधान
Jan 20, 2025 22:15
Jan 20, 2025 22:15
- ई-रिक्शा पंजीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया
- चार ज़ोन में व्यवस्थित होंगे 4000 ई-रिक्शा
- ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में सभी प्रमाण पत्र अनिवार्य
ई-रिक्शा पंजीकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया
इस बैठक में नगर आयुक्त ने पंजीकरण के लिए तैयार किए गए सॉफ्टवेयर का अवलोकन किया। यह सॉफ्टवेयर मैसर्स वेब सोफी सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है। नगर आयुक्त ने सॉफ्टवेयर एजेंसी को निर्देश दिए कि यह सॉफ्टवेयर सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया जाए, ताकि ई-रिक्शा चालक इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकें । ई-रिक्शा चालकों को अब पंजीकरण के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे अपने घर से ही ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के समय उन्हें अलीगढ़ आरटीओ में पंजीकरण प्रमाण पत्र, फिटनेस प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस और नगर निगम पंजीकरण की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी ।
चार ज़ोन में व्यवस्थित होंगे 4000 ई-रिक्शा
एसपी ट्रैफिक मुकेश उत्तम ने बताया कि पहले चरण में 4000 ई-रिक्शा को व्यवस्थित किया जाएगा । इसके लिए शहर को चार ज़ोन में विभाजित किया गया है । हर ज़ोन के लिए ई-रिक्शा को रंग और रूट निर्धारित किया जाएगा । ई-रिक्शा चालकों को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर पंजीकरण और ज़ोन आवंटित किए जाएंगे ।
चार ज़ोन में आएंगे ये इलाके
पूर्वी ज़ोन में कम्पनी बाग - दुबे पढ़ाव से क्वार्सी चौराहा और रामघाट रोड के मध्य क्षेत्र शामिल है। पश्चिमी ज़ोन में कम्पनीबाग से रसलगंज और तहसील तिराहा (जीटी रोड) क्षेत्र शामिल है। उत्तरी ज़ोन में कम्पनी बाग से रामबाग तिराहा और महेशपुर फाटक क्षेत्र शामिल है। दक्षिणी ज़ोन में कम्पनीबाग से मदारगेट और खिरनीगेट क्षेत्र शामिल है।
ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में सभी प्रमाण पत्र अनिवार्य
एसपी ट्रैफिक ने स्पष्ट किया कि ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के तहत सभी चालकों को अपने दस्तावेज़ पूरे रखने होंगे। बिना प्रमाण पत्र के पंजीकरण मान्य नहीं होगा। नगर आयुक्त ने कहा कि ई-रिक्शा के व्यवस्थित संचालन से ट्रैफिक जाम की समस्या से शहरवासियों को राहत मिलेगी। यह पहल एक मॉडल योजना साबित होगी । इस योजना को फरवरी 2025 तक लागू करने की तैयारी है। इससे न केवल ई-रिक्शा चालकों को सुविधा होगी, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।