बॉर्डर पार करके आए दो बांग्लादेशी महिलाओं को कोर्ट ने सजा सुनाई है। बिना पासपोर्ट के पकड़ी गई दोनों रोहिंग्या महिलाओं के मामले में सुनवाई करते हुए विदेशी अधिनियम के तहत दोषी पाया गया।
अवैध तरीके से बार्डर पार कर आई दो रोहिंग्या महिलाओं को कोर्ट ने सुनाई सजा : ATS ने 17 रोहिंग्या को किया था गिरफ्तार, 15 महीने जेल में रहने की मिली सजा
Oct 19, 2024 12:33
Oct 19, 2024 12:33
- बिना दस्तावेज भारत देश की सीमा में दाखिल हो गई थी
- पिछले साल 17 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया था
Aligarh news : बॉर्डर पार करके आए दो बांग्लादेशी महिलाओं को कोर्ट ने सजा सुनाई है। बिना पासपोर्ट के पकड़ी गई दोनों रोहिंग्या महिलाओं के मामले में सुनवाई करते हुए विदेशी अधिनियम के तहत दोषी पाया गया। इन्हें कोर्ट ने 15 महीने के कारावास की सजा सुनाई है। इन महिलाओं को 24 जुलाई 2023 में एटीएस ने कोतवाली थाना क्षेत्र के ऊपर कोट इलाके से गिरफ्तार किया था। यह लोग अलीगढ़ में अवैध रूप से निवास कर रहे थे। वहीं पकड़े जाने पर उन्होंने बताया था कि उनके पास वैद्य पासपोर्ट नहीं है। एजेंट के जरिए ये छिपकर बॉर्डर क्रॉस किया था और भारत देश की सीमा में आ गए थे।
बिना दस्तावेज भारत देश की सीमा में दाखिल हो गई थी
यह दोनों महिलाएं म्यांमार की रहने वाली है। बिना दस्तावेज के ही यह भारत देश की सीमा में दाखिल हो गई थी। इनका नाम धैरुलनिशा और बीबी सारा है। धैरुलनिशा म्यांमार के मोगडू थाना के कियाजी पाड़ा की रहने वाली है, जबकि बीबीसारा थाना बड्डू के जीवनहाती की रहने वाली है। पुलिस व एटीएस ने इन्हें एक साथ गिरफ्तार किया था। यह पिछले 10 साल से अलीगढ़ में रह रही थी। मजदूरी और कचरा बीनने का काम करती थी। कोर्ट ने इनके ऊपर दो हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया है और इन्हें जेल भेजा है।
पिछले साल 17 रोहिंग्या मुसलमानों को गिरफ्तार किया गया था
अलीगढ़ में थाना कोतवाली क्षेत्र में 24 जुलाई 2023 को अवैध रूप से रहने वाले 17 रोहिंग्या मुसलमान को गिरफ्तार किया गया था। इसमें सात पुरुष और 10 महिलाएं शामिल थी। इनके साथ छोटे बच्चे भी थे। सजा पाने वाली महिला बीबीसारा के साथ गिरफ्तारी के समय दो साल की बच्ची भी थी। कोर्ट ने दो महिलाओं को सजा सुनाई है। वहीं अन्य 15 आरोपियों के खिलाफ भी कोर्ट में ट्रायल जारी है, जिन्हें जल्द सजा हो सकती है।
Also Read
22 Nov 2024 02:33 PM
हाथरस जिले में हमसफर एक्सप्रेस के कोच से धुआं उठने पर यात्रियों में हड़कंप मच गया। ट्रेन को तुरंत सिकंद्राराऊ रेलवे स्टेशन पर रोका गया, जहां तकनीकी खामी को ठीक कर 45 मिनट बाद रवाना किया गया। और पढ़ें