गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने अपनी ताकत और असंतोष का प्रदर्शन करते हुए भव्य ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया।
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली : सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप, समस्याओं के समाधान की मांग
Jan 26, 2025 18:16
Jan 26, 2025 18:16
- केन्द्र सरकार पर लगाए वादाखिलाफी का आरोप
- नए कृषि विपणन कानून का विरोध
- 334 डी बाईपास पर किसानों का विरोध
- ट्रैक्टर रैली में भारी भागीदारी
Aligarh news : गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने अपनी ताकत और असंतोष का प्रदर्शन करते हुए भव्य ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया। इस रैली का उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादों की पूर्ति न होने और किसानों की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित करना था। किसान तिरंगा लेकर अपने-अपने गांवों से निकले और ब्लॉक मुख्यालय तथा टप्पल थाने तक पहुंचे । किसानों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार की नीतियों और वादाखिलाफी पर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
केन्द्र सरकार पर लगाए वादाखिलाफी का आरोप
किसानों का आरोप है कि 13 महीने तक चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें अब तक पूरा नहीं किया गया है। पंजाब के खनौली बॉर्डर पर किसान 60 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल के बावजूद, किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार उनकी बात सुनने के लिए कोई पहल नहीं कर रही है।
नए कृषि विपणन कानून का विरोध
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष विमल तोमर ने बताया कि सरकार एक नया कृषि विपणन कानून लेकर आ रही है, जिसे राज्य सरकारों के माध्यम से पास कराया जा रहा है। तोमर का कहना है कि यह कानून पुराने कानून का ही बदला हुआ रूप है, लेकिन इसमें भी किसानों के हितों को अनदेखा किया गया है। उन्होंने इसे "किसानों को लूटने वाली नीति" बताया और कहा कि यह कानून कृषि क्षेत्र में बड़े कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया है।
334 डी बाईपास पर किसानों का विरोध
टप्पल इलाके में बन रहे 334 डी बाईपास को लेकर किसानों ने विशेष रूप से विरोध जताया। किसानों का कहना है कि पिछले 12 साल से जमीन का सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया है, जबकि सरकार उनसे भूमि अधिग्रहण की मांग कर रही है। किसानों ने साफ किया कि वे जमीन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उनकी मांग है कि उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे 334 डी हाईवे के निर्माण को रोकने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
ट्रैक्टर रैली में भारी भागीदारी
जट्टारी से लेकर टप्पल थाने तक निकाली गई इस रैली में बड़ी संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया। टप्पल थाने पर पहुंचकर किसानों ने पुलिस इंस्पेक्टर से अपनी समस्याओं को केंद्र सरकार तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपने आंदोलन को राष्ट्रीय किसान संगठनों के निर्देशों के तहत आगे बढ़ाएंगे। किसान नेताओं ने दोहराया कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता और सरकार अपने वादे पूरे नहीं करती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। किसान संगठनों ने सरकार से अपील की है कि वे किसानों की मांगों को प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द वार्ता शुरू करें।
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