सीएम योगी के निर्देश पर मंत्री असीम अरुण, संदीप सिंह और लक्ष्मी नारायण चौधरी को मौके पर भेजा है। इसके साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी प्रशांत कुमार को भी मौके पर भेजा है। रातभर अफसर पीड़ितों की मदद के लिए जुटे रहे।
Hathras Update : रातभर डटे रहे हाथरस से लेकर लखनऊ तक के अफसर, आज आ सकते हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Jul 03, 2024 10:01
Jul 03, 2024 10:01
इसके साथ ही मुख्य सचिव और डीजीपी प्रशांत कुमार को भी मौके पर भेजा है। रातभर अफसर पीड़ितों की मदद के लिए जुटे रहे। यूपी के मुख्य सचिव ने मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 80 हजार की अनुमति थी। मौके पर ज्यादा भीड़ जमा हो गई थी। सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। सीएम ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
सीएम योगी बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस हादसे को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने अपने सरकारी आवास पर प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश। सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
लाचार दिखा तंत्र, हावी रहीं अव्यवस्थाएं
हाथरस हादसे ने पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कलई खोल कर रख दी है। इस हादसे के दौरान प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से लाचार दिखा। कार्यक्रम स्थल से लेकर ट्रामा सेंटर तक अव्यवस्थाएं हावी रहीं। सूचना पर पहुंचे जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक अपने अधीनस्थों को निर्देश देते रहे। आलम यह रहा कि अस्पताल में तमाम प्रयासों के बावजूद भी ऑक्सीजन, बिजली व अन्य व्यवस्थाओं को प्रशासनिक अमला संभाल नहीं सका। जिससे लोगों में गुस्सा दिखा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की लाचारी को लेकर कई बार लोगों में रोष देखने को मिला है।
सिकंदराराऊ सीएचसी स्थित ट्रामा सेंटर पर जैसे ही घायलों का पहुंचना शुरू हुआ तो यहां न ऑक्सीजन मिली और न ही पैरामेडिकल स्टाफ और चिकित्सक। लोगों का आरोप था कि यहां अस्पताल परिसर में महज एक बोतल चढ़ाने की व्यवस्था है। न तो पंखे चल रहे हैं और न ही ऑक्सीजन मिल रही है। अफसरों को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। जैसे ही जिलाधिकारी आशीष कुमार मौके पर पहुंचे तो उन्होंने खुद वहां के हालात देखकर सीएमओ व अन्य अधिकारियों को फोन मिलाए, लेकिन कोई सुधार नहीं हो सका। यहां तक कि खुद अफसर स्थानीय लोगों से पंखें, पानी आदि की मदद के लिए कहने लगे।
एक हजार वाहनों की भीड़ थी
मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के नाम पर भीड़ जुटाई गई थी। इस आयोजन की तैयारियां पिछले कई दिनों से चल रही थीं। कुछ लोग तो दो दिन पहले ही यहां पहुंचकर डेरा जमा चुके थे। इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए लोग वाहनों से पहुंचे थे। छोटे बड़े मिलाकर 1000 वाहनों की भीड़ थी। हालात यह थे कि सड़क किनारे करीब 8 किलोमीटर तक वाहनों की भीड़ नजर आ रही थी। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम की अनुमति फुलरई गांव निवासी वेदप्रकाश ने ली थी। अनुमति के लिए जो आवेदन किया था, उसमें कहा गया था 20 हजार लोगों की भीड़ इस सत्संग में जुड़ेगी।
अनुमति के लिए एसडीएम के यहां आवेदन किया गया। एसडीएम ने परीक्षण के बाद अनुमति तो जारी कर दी लेकिन वहां व्यवस्थाओं को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया। जबकि स्थिति यह थी कि हाईवे किनारे वाहनों की भीड़ से ट्रैफिक तक प्रभावित हो रहा था। वहां ट्रैफिक का भी कोई सिपाही तैनात नहीं किया गया था। जबकि कई प्वाइंट पर जाम की स्थिति थी।
Also Read
22 Nov 2024 11:47 PM
खैर विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान के बाद शनिवार को मतगणना की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। धनीपुर मंडी में सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू होगी। और पढ़ें