दरअसल 2 जुलाई 2024 को सिकंदराराऊ के फुलरई मुगलगढ़ी में बाबा नारायण साकार हरि द्वारा सत्संग का आयोजन किया गया था। सत्संग के समापन के वक्त भक्त बाबा के चरणों की धूल लेने उनके पास पहुंच रहे थे..
हाथरस सत्संग हादसा : 121 लोगों की हुई थी मौत, कल होगी आरोपियों की पेशी
Sep 05, 2024 20:29
Sep 05, 2024 20:29
पूरा मामला
दरअसल 2 जुलाई 2024 को सिकंदराराऊ के फुलरई मुगलगढ़ी में बाबा नारायण साकार हरि द्वारा सत्संग का आयोजन किया गया था। सत्संग के समापन के वक्त भक्त बाबा के चरणों की धूल लेने उनके पास पहुंच रहे थे, इसी बीच बाबा के सेवादारों ने लोगों से धक्का-मुक्की की। भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने और इससे लगभग 121 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। बता दें FIR के मुताबिक, प्रशासन ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन ढाई लाख लोग पहुंच गए थे।
ये हैं मुख्य आरोपी
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी देव प्रकाश मुधकर, मेघ सिंह, मुकेश कुमार, मंजू यादव, मंजू देवी, राम लड़ेते, उपेंद्र सिंह, संजू कुमार, राम प्रकाश शाक्य, दुर्वेश कुमार और दलवीर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की विवेचना अभी भी जारी है, और अब सुनवाई 6 सितंबर यानी कल न्यायालय में होगी।
डीएम-एसपी के बयान दर्ज हुए
इस मामले में 3 सितंबर 2024 को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अपने बयान आयोग के समक्ष दर्ज कराकर रिपोर्ट सौंप चुके है। बता दें शासन ने तत्कालीन उप जिलाधिकारी सिकंदराराऊ, क्षेत्राधिकारी सिकंदराराऊ समेत 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था और पूरी घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था। न्यायिक जांच आयोग इस हादसे की गहराई से जांच कर रहा है और संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर तलब कर रहा है। पिछले महीने, आयोग ने निलंबित एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ के बयान दर्ज किए थे।
Also Read
14 Jan 2025 07:00 PM
अलीगढ़ में मकरसंक्रांति के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने गरीब और जरूरतमंद परिवारों के बीच मानवीय सेवा का उदाहरण प्रस्तुत किया। और पढ़ें