अलीगढ़ में बाबरी मंडी इलाके में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक खुशहाल परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं ।
मां की गोद से छिटककर तीसरी मंजिल से गिरा मासूम : परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
Jan 09, 2025 11:25
Jan 09, 2025 11:25
- बेटे को गोद में लेकर छत से कपड़े उतारने गई थी
- डाक्टरों की कोशिश रही नाकाम
- परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
बेटे को गोद में लेकर छत से कपड़े उतारने गई थी
बाबरी मंडी निवासी लकी अग्रवाल, जो कि एक राशन की दुकान चलाते हैं, बुधवार शाम किसी काम से बाहर गए हुए थे। घर पर उनकी पत्नी गुंजन और पांच महीने का बेटा अक्षत था । गुंजन कपड़े उतारने के लिए अक्षत को गोद में लेकर तीसरी मंजिल की छत पर गई थीं। तभी अचानक किसी कारणवश बच्चा मां की गोद से फिसलकर पड़ोस के एक मंजिला मकान की छत पर गिर पड़ा।
डाक्टरों की कोशिश रही नाकाम
गुंजन की चीख सुनकर पड़ोसी दौड़े और तुरंत लकी को फोन कर घटना की जानकारी दी। पड़ोसियों की मदद से बच्चे को पहले आगरा रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे अन्य अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन उसे जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज समेत कई अस्पतालों में लेकर गए, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उसे बचा नहीं सके।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मासूम अक्षत, लकी और गुंजन का इकलौता बेटा था। अक्षत की मौत ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। गुंजन हादसे के बाद से लगातार बेसुध हैं। परिवार में जहां कुछ समय पहले बच्चे की किलकारियां गूंजा करती थीं, अब वहां मातम पसरा हुआ है। घटना की खबर जैसे ही आसपास फैली, लकी के घर पर रिश्तेदारों और पड़ोसियों की भीड़ जुट गई। लोग परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बच्चे की मौत का गम हर किसी की आंखों को नम कर गया। मां की गोद को दुनिया में सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन यह हादसा यह दर्शाता है कि पल भर की लापरवाही भी कितना बड़ा दुख ला सकती है। अक्षत की मौत से इलाके में शोक है।
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