संभल हिंसा पर देवकीनंदन ठाकुर भड़के : कहा- भविष्य की कल्पना भी नहीं कर सकते, सनातन बोर्ड की मांग

UPT | कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर

Nov 26, 2024 17:34

यूपी के संभल में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी के बीच प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि "जो कुछ संभल...

Mathura News : यूपी के संभल में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक बयानबाजी के बीच प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि "जो कुछ संभल में हुआ है, वह हमारे भविष्य के लिए गंभीर संकेत है।" देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन धर्म स्थलों की सुरक्षा के लिए 'सनातन बोर्ड' के गठन की मांग उठाई और साथ ही जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने का भी आह्वान किया।

"हमें उभरते भारत की कल्पना करनी है"
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, "हमें मिटता हुआ भारत नहीं चाहिए, बल्कि उभरते हुए भारत की कल्पना करनी चाहिए।" उन्होंने संभल हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि जब कोर्ट के आदेश के बावजूद इतनी बड़ी घटना हो सकती है तो भविष्य में स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। इसकी कल्पना करना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि यह वक्त अपने धर्म स्थलों और सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा को लेकर सतर्क होने का है।


संभल घटना के बाद भविष्य पर जताई चिंता
कथा वाचक ने संभल में कोर्ट के आदेश पर सर्वे के दौरान हुई पथराव और आगजनी की घटना को निंदनीय बताते हुए कहा, "यह घटना केवल प्रशासन पर हमले तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज और देश की सांस्कृतिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।" उन्होंने कहा कि अगर आज ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो "2034 और 2044 में स्थिति क्या होगी?" इसका अंदाजा लगाना कठिन है।

सनातन बोर्ड के गठन की मांग
देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म स्थलों की रक्षा के लिए एक मजबूत और प्रभावी 'सनातन बोर्ड' का गठन किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की भी पुरजोर वकालत की। उनके अनुसार, बढ़ती जनसंख्या और अस्थिर सामाजिक ताना-बाना भविष्य में और अधिक समस्याएं खड़ी कर सकता है।

"यह सनातनियों के लिए चिंता का विषय"
संभल हिंसा पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "यह घटना केवल एक संकेत है कि हमारे धर्म स्थलों की सुरक्षा कितनी जरूरी है। सनातनियों के लिए यह चिंता का विषय है कि जब आज कोर्ट के आदेश के बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो भविष्य में हालात और खराब हो सकते हैं।"

"उभरते भारत के लिए शांति और सुरक्षा जरूरी"
देवकीनंदन ठाकुर ने अपने बयान में कहा, "अगर हम उभरते भारत की कल्पना कर रहे हैं, तो समाज में शांति और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें मिलकर इन मुद्दों पर कदम उठाने की जरूरत है।"

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