राम को समझें, रामनगरी को जानें : अवध यूनिवर्सिटी का खास कोर्स 300 घंटे में बनाएगा परफेक्ट

फ़ाइल फोटो | अवध यूनिवर्सिटी

May 27, 2024 18:21

राम को समझने और रामनगरी को जानने के लिए अयोध्या की राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी में एक नया कोर्स शुरू किया गया है। इसके जरिए नए टूरिस्ट गाइड और पर्यटन से जुड़े दूसरे प्रोफेशनल तैयार होंगे।

Ayodhya News : राम को समझने और रामनगरी को जानने के लिए अयोध्या की राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी में एक नया कोर्स शुरू किया गया है। इसके जरिए नए टूरिस्ट गाइड और पर्यटन से जुड़े दूसरे प्रोफेशनल तैयार होंगे। अयोध्या नगर निगम लाइसेंस देगा और इनके माध्यम से यहां आने वालों को सटीक जानकारी मिल सकेगी।

विश्वविद्यालय सिखाएगा, निगम लाइसेंस देगा
राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जसवंत सिंह का कहना है कि अयोध्या नगर निगम के लाइसेंस के बाद नए टूरिस्ट गाइड अयोध्या में काम करते दिखेंगे। अवध विश्वविद्यालय का अयोध्या नगर निगम के साथ समझौता (MoU) हुआ है। इसके जरिए पर्यटन के रोजगार परक कोर्स के जरिए युवा गाइड और प्रोफेशनल तैयार किए जाएंगे। इस कोर्स के तहत 300 घंटे की पढ़ाई और ट्रेनिंग होगी। ये कोर्स करने वाले युवाओं को अयोध्या नगर निगम लाइसेंस जारी करेगा। 

पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू
अयोध्या के लिए तैयार हो रहे नए टूरिस्ट गाइड के माध्यम से रामनगरी को समझना आसान होगा। ‘कनक भवन’ का इतिहास हो या ‘भरत कूप’ की मान्यता या फिर नागेश्वर नाथ से जुड़ी कथा इन सबके बारे में सही जानकारी मिल सकेगी। अयोध्या में पर्यटन की सम्भावनाओं को देखते हुए टूरिस्ट गाइड के अलावा पर्यटन उद्योग से जुड़े दूसरे प्रोफेशनल भी तैयार किए जाएंगे। अयोध्या की राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी ने कौशल विकास विभाग के साथ कोर्स शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंध और उद्यमिता विभाग के अंतर्गत पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है। इसमें लड़कों के अलावा लड़कियों ने भी रुचि दिखाई है। टूरिस्ट गाइड के कोर्स के लिए इंटरमीडिएट योग्यता है। कोर्स 300 घंटे का होगा।

चार और शॉर्ट टर्म कोर्स 
अवध यूनिवर्सिटी में चार शॉर्ट टर्म कोर्स  भी शुरू होंगे। ये सभी सर्टिफिकेट कोर्स होटल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से संबंधित होंगे। इनमें जर्नलिज्म एंड टूरिज्म, सर्टिफिकेट इन डेस्टिनेशन मैनेजमेंट, फ्रंट ऑफिस रिसेप्शन, इटिनरी प्रेपरेशन के पाठ्यक्रम शामिल हैं। चारों सर्टिफिकेट कोर्स के लिए किसी भी स्ट्रीम का ग्रेजुएट योग्यता है। इन पाठ्यक्रमों के तहत युवाओं को अपने चयनित क्षेत्र में ट्रेनिंग के साथ अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत और विकास यात्रा के बारे में पढ़ाया जाएगा। 
 

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