Ayodhya News : भाजपा पार्षद ने अभियंता से की अभद्रता, जलकल कर्मचारियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन धरना, जलापूर्ति ठप करने की दी चेतावनी

UPT | अनिश्चितकालीन धरने पर जलकल कर्मचारी

Sep 10, 2024 01:01

भाजपा पार्षद अंकित त्रिपाठी के विरुद्ध कोई कार्रवाई न होने पर नगर निगम अयोध्या धाम के जलकल कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है...

Ayodhya News : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शिक्षक दिवस पर आगमन से एक दिन पूर्व जलकल विभाग के सहायक अभियंता एवं प्रभारी अधिशाषी अभियंता (जल) जयकुमार के साथ भाजपा पार्षद अंकित त्रिपाठी द्वारा की गई गाली-गलौज और अभद्रता का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई न होने से आक्रोशित जलकल विभाग के कर्मचारियों ने सोमवार से अयोध्या धाम में जलकल कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो नगर की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प कर दी जाएगी।

धरना स्थल पर प्रशासन की अनुपस्थिति से कर्मचारियों में आक्रोश
धरना स्थल पर जलकल कर्मचारियों की नाराजगी इस बात को लेकर और बढ़ गई है कि देर शाम तक महापौर, नगर आयुक्त, जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन का कोई भी अधिकारी धरने पर पहुंचे नहीं। इसके साथ ही, आरोपी पार्षद के खिलाफ अबतक किसी भी प्रकार की एफआईआर थाने में दर्ज नहीं की गई है, जिससे कर्मचारियों का आक्रोश और बढ़ गया है। कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि या तो पार्षद अंकित त्रिपाठी सार्वजनिक रूप से धरनास्थल पर आकर सहायक अभियंता से माफी मांगें या फिर नगर निगम आयुक्त उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं और पुलिस प्रशासन कार्रवाई करे।



धरने का नेतृत्व और कर्मचारियों की मांग
धरने का नेतृत्व अरविंद तिवारी (अध्यक्ष जोन अयोध्या कैंट) और मुकेश चंद्र पांडेय (अध्यक्ष जोन अयोध्या धाम) कर रहे हैं। धरने में प्रमुख रूप से वेद प्रकाश सिंह, कमलेश कुमार, अवनीश जायसवाल, राजेश कुमार, रामतीरथ, प्रेमनाथ, रामनाथ, आशीष सिंह, आयुष, मुकेश, ध्रुव, अरविंद सिंह, सत्यम, दीप कुमार पांडेय, स्वाधीन पांडेय, सन्दीप सिंह, जयप्रकाश यादव सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं। सभी कर्मचारियों की एक ही मांग है कि आरोपी पार्षद सार्वजनिक रूप से माफी मांगे या उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

जलापूर्ति ठप्प करने की चेतावनी
धरने पर बैठे जलकल कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया, तो वे नगर की जलापूर्ति व्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर देंगे। इस स्थिति में अयोध्या की जलापूर्ति प्रभावित हो सकती है, जिससे आम जनता को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। कर्मचारियों का कहना है कि वे सम्मान और न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं और जब तक आरोपी पार्षद के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।

प्रशासन की चुप्पी से बढ़ रहा तनाव
हालांकि, इतनी गंभीर स्थिति के बावजूद अबतक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासन इस मामले में जानबूझकर लापरवाही बरत रहा है और पार्षद के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। धरने पर बैठे कर्मचारी पार्षद के खिलाफ जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और अधिकारियों-कर्मचारियों का सम्मान बना रहे।

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