अयोध्या में सनातन रक्षा यात्रा का भव्य स्वागत : बांग्लादेश में हो रहे नरसंहार के खिलाफ उठाई गई आवाज

UPT | सनातन रक्षा यात्रा 02 के अयोध्या पहुंचने पर हुआ स्वागत

Dec 21, 2024 01:18

सनातन सांस्कृतिक संघ की ओर 18 दिसंबर को झांसी से सनातन रक्षा यात्रा 2.0 का शुभारंभ किया गया था।शुक्रवार को अयोध्या पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ...

Short Highlights
  • सनातन सांस्कृतिक संघ की ओर से निकली है रक्षा यात्रा 2.0
  • भारतीय विरासत और मूल्यों की रक्षा का कर रही आह्वान

Ayodhya News : सनातन सांस्कृतिक संघ द्वारा 18 दिसंबर को झांसी से शुरू की गई "सनातन रक्षा यात्रा का अयोध्या में शानदार स्वागत किया गया। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अन्य देशों में सनातन धर्म से जुड़े सांस्कृतिक और धार्मिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाना और उन्हें एकजुट करना है। यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए जिन्होंने अपने समर्थन का प्रदर्शन किया।

कई स्थानों से जुटे लोग, सामूहिक पूजा-पाठ और रामलला के दर्शन
यात्रा के अयोध्या पहुंचने पर श्रद्धालुओं के लिए सामूहिक मंत्रोच्चार और पूजा पाठ का आयोजन किया गया। यात्रा में शामिल हरिप्रिया भार्गव ने बताया कि इस रथ यात्रा में करीब 2,500 से 3,000 लोग शामिल हैं, और यह यात्रा लगभग 50 बसों और गाड़ियों के साथ आगे बढ़ रही है। साथ ही, कई बाइक सवार भी इस यात्रा का हिस्सा बने हुए हैं। यात्रा का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे धार्मिक उत्पीड़न और वहां के सनातनियों पर हो रहे हमलों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाना है।



यात्रा के उद्देश्यों पर हरिप्रिया भार्गव का बयान
हरिप्रिया भार्गव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यात्रा का उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे नरसंहार को रोकना है, जहां सनातनी मंदिरों और गुरुद्वारों का विध्वंस हो रहा है और गौ माता की हत्या भी खुलेआम की जा रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर पूरे भक्तिभाव से प्रार्थना करेंगे, जिससे बांग्लादेश में हो रहे नरसंहार को रोका जा सके। साथ ही, उन्होंने सरकार की पहल को भी सराहा और कहा कि हम अपनी ओर से इस मुद्दे को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे है

जन जागरूकता और एकजुटता की अपील
हरिप्रिया भार्गव ने सभी सनातनी भाई-बहनों से अपील की कि वे अपने घरों से बाहर निकलकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए आवाज उठाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अब सोने का वक्त नहीं है, हमें मिलकर इस संघर्ष को सफल बनाना होगा। यह यात्रा झांसी, ललितपुर, कानपुर, उरई, और लखनऊ से होते हुए अयोध्या पहुंची, और यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। यात्रा का उद्देश्य एकजुट होकर सनातन धर्म की रक्षा और सामाजिक शांति का संदेश फैलाना है, साथ ही यह यात्रा भारत के समग्र सांस्कृतिक एकता को दर्शाती है।

सनातन रक्षा यात्रा के तीन मुख्य आह्वान

  • बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
  • देश में गौहत्या पर प्रतिबंध लगे।
  • गंगा नदी में प्रदूषण की समस्या का समाधान किया जाए और उसे प्रदूषण मुक्त किया जाए।

Also Read