अयोध्या सरयू तट से गोरखपुर फोरलेन कांवड़ियों से पटा : भोर से देर शाम तक गूंजता रहा 'बोल बम'

UPT | अयोध्या सरयू तट से गोरखपुर फोरलेन कांवड़ियों से पटा।

Aug 01, 2024 23:15

हर साल की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा ने अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्र को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया। अयोध्या से गोरखपुर तक का फोरलेन क्षेत्र इस बार कांवड़ियों से पटा रहा...

Ayodhya News : हर साल की तरह इस बार भी कांवड़ यात्रा ने अयोध्या और उसके आसपास के क्षेत्र को भक्ति और श्रद्धा से भर दिया। अयोध्या से गोरखपुर तक का फोरलेन क्षेत्र इस बार कांवड़ियों से पटा रहा, जो भोर से लेकर देर शाम तक 'बोल बम' के उद्घोष के साथ गूंजता रहा। श्रावण मास की तेरस (त्रयोदशी) के अवसर पर, लाखों की संख्या में कांवड़िए सरयू नदी के पवित्र जल को लेकर विभिन्न शिवालयों की ओर बढ़े। इन भक्तों ने अयोध्या से जल भरकर बस्ती जिले के भदेश्वरनाथ धाम में जलाभिषेक किया। इसके बाद, ये जल अन्य शिवालयों में भी अर्पित किया गया। 

अयोध्या से गोरखपुर फोरलेन तक कांवड़ियों का उत्सव
इस अवसर पर हाईवे पर नाचते-गाते कांवड़ियों की सेवा में आमजन ने भी अपना योगदान दिया। जगह-जगह भंडारे लगाए गए, जहां कांवड़ियों को लंगर, चाय, पानी और अन्य सुविधाएं मुफ्त में प्रदान की गई। डीजे की धुन पर थिरकते कांवड़ियों को देखकर लोग घंटों सड़क किनारे खड़े रहे। अयोध्या से लेकर गोरखपुर तक फोरलेन पर कांवड़ियों का बड़ा रेला नजर आया। कांवड़िए विभिन्न वाहनों जैसे पैदल, साइकिल और पिकअप द्वारा लंबी यात्रा पर निकले थे। अयोध्या, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, और गोंडा समेत कई जिलों के भक्त अयोध्या से जल लेकर बाबा भद्रेश्वरनाथ धाम पहुंचे। 


मौसम के मिजाज पर भारी पड़ी भक्तों की आस्था 
इस यात्रा के दौरान, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने भी उत्साह के साथ भाग लिया। कई कांवड़िए रंग-बिरंगे वस्त्र पहनकर यात्रा कर रहे थे और कुछ ने खास मुखौटे भी लगाए थे। कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं की आस्था और समर्पण स्पष्ट था, जिन्होंने बारिश और उमस के बावजूद अपनी यात्रा जारी रखी। मौसम की अनिश्चितताओं के बावजूद, कांवड़ियों की आस्था और उत्साह ने मौसम के मिजाज को मात दी। बुधवार की शाम को धूप और गर्मी बढ़ गई, लेकिन गुरुवार को बादल छाने और हल्की बारिश से राहत मिली। 

 ...बोलबम का नारा है, बाबा तू ही सहारा है 
कांवड़ियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, जिसमें जगह-जगह मेडिकल कैंप भी लगाए गए। तिलकपुर, फुटहिया, और कप्तानगंज क्षेत्र में भी भारी संख्या में कांवड़िए जलाभिषेक के लिए पहुंचे। इस दौरान पूरा फोरलेन 'बोल बम' के जयकारों से गूंजता रहा। इस बार की कांवड़ यात्रा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि शिवभक्ति की शक्ति मौसम की कठिनाइयों से भी बड़ी होती है। श्रद्धालुओं का यह उल्लास और भक्ति अयोध्या से गोरखपुर तक के क्षेत्र को हर साल एक अनूठे अनुभव से सराबोर कर देता है।

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