ऑथर Asmita Patel

दीपों की रोशनी से नहाएगी अयोध्या : छह देशों के कलाकार करेंगे रामलीला का मंचन, दूरदर्शन और सोशल मीडिया पर होगा लाइव प्रसारण

UPT | दीपों की रोशनी से नहाएगी अयोध्या

Oct 29, 2024 14:34

अयोध्या के डीजीपी प्रशांत कुमार ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का कड़ा प्रबंध किया है। अयोध्या में राम की पैड़ी की ओर जाने वाले 17 मार्गों को बंद कर दिया...

Ayodhya News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस वर्ष अयोध्या में ‘दीपोत्सव-2024’ का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के दौरान सरयू नदी के 55 घाटों और राम की पैड़ी को 28 लाख दीपों से सजाने की तैयारी है। जिससे पूरे क्षेत्र को जगमगाया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर "सबका उत्सव - अयोध्या दीपोत्सव" नारे के साथ आयोजन की तैयारियों को अंतिम चरण में बताया, जिसमें दीप लगाने, लेजर, साउंड, और ड्रोन शो का ट्रायल शामिल है। इस अद्वितीय दीपोत्सव में अयोध्या की आध्यात्मिक महिमा और सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की योजना है।

पर्यावरण के प्रति जागरूकता
आठवें वर्ष मनाए जा रहे इस दीपोत्सव में पहली बार पर्यावरण-संवेदनशील पहल को अपनाया गया है। इस वर्ष 22 जनवरी को नवनिर्मित श्री रामलला मंदिर में प्रतिष्ठित भगवान रामलला की विशेष दीपावली की तैयारी की जा रही है। जिसमें विशेष मोम के दीप जलाए जाएंगे। जिनसे कम से कम कार्बन उत्सर्जन होगा। मंदिर परिसर को आकर्षक फूलों से सजाया जाएगा और विशेष मोम के दीप मंदिर को कालिख और दाग से सुरक्षित रखते हुए लंबे समय तक रोशनी देंगे। इस नवाचार के तहत राज्य सरकार पर्यावरण-संरक्षण का भी संदेश दे रही है।

6 देशों के कलाकार करेंगे मंचन
अयोध्या के रामकथा पार्क में मुख्य मंच पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन होगा, जिसमें म्यांमार, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इस आयोजन में भारतीय राज्यों के कलाकार भी अपनी सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें उत्तराखंड की रामलीला, मध्य प्रदेश का बधावा, असम का बीहू, महाराष्ट्र का लावणी, तेलंगाना का गुसादी नृत्य, झारखंड का छाऊ नृत्य, बिहार का झिझिंया, राजस्थान का कालबेलिया और घूमर लोक नृत्य और जम्मू का रउफ लोकनृत्य शामिल होंगे। यह अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक संगम आयोजन को और भव्य बनाएगा।

30,000 स्वयंसेवकों की तैनाती और पशुधन विभाग भी देगा योगदान
अयोध्या के इस दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए लगभग 30,000 स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है। जो सरयू के घाटों पर दीप सजाने में योगदान देंगे। इसके अतिरिक्त पशुधन विभाग ने भी विशेष सहयोग का ऐलान किया है और 1.5 लाख दीयों के प्रज्वलन की योजना बनाई है। सोमवार शाम को मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रतीकात्मक रूप से 'गो दीप' और अन्य गो उत्पादों का उपहार दिया। इन दीयों को सजाने और उनका संरक्षण करने का कार्य स्वयंसेवक करेंगे।

एलईडी वॉल और वैन के जरिए आयोजन का सीधा प्रसारण
राज्य के सूचना विभाग ने इस आयोजन का लाइव प्रसारण दूरदर्शन और सोशल मीडिया पर दिखाने की व्यवस्था की है। इसके लिए अयोध्या के 20 स्थानों पर एलईडी वॉल और एलईडी वैन की स्थापना की गई है। जिससे हर श्रद्धालु इस भव्य आयोजन का आनंद ले सके। राम की पैड़ी पर होने वाले सभी कार्यक्रमों को भी लाइव प्रसारित किया जाएगा ताकि यह आयोजन दूर-दूर तक लोगों तक पहुंच सके।

सुरक्षा को देखते हुए 17 मार्ग किए गए बंद
अयोध्या के डीजीपी प्रशांत कुमार ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा का कड़ा प्रबंध किया है। अयोध्या में राम की पैड़ी की ओर जाने वाले 17 मार्गों को बंद कर दिया गया है और केवल पास धारकों को ही इन मार्गों से गुजरने की अनुमति है। डीजीपी ने सभी प्रमुख होटलों, धर्मशालाओं, और ढाबों पर सतर्क दृष्टि रखने का निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा में और वृद्धि के लिए मंगलवार से अयोध्या की सीमाओं को भी सील कर दिया जाएगा और यातायात पुलिस ने यातायात प्रबंधन की विशेष योजना बनाई है, जो 29 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक लागू रहेगी।

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