UPSC Results : दीपक कुमार ने यूपीएससी में हासिल की 950वीं रैंक, बिहार के हैं मूल निवासी

UPT | दीपक कुमार मीणा।

Apr 16, 2024 23:22

पहली बार में ही यूपीएससी की इस परीक्षा में उन्हें 950वीं रैंक मिली है। दीपक ने बताया कि उन्होंने बीटेक हरियाणा से किया है। बताया कि वो लगभग ढाई माह से दी सीएमएस स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।

Short Highlights
  • बेहद साधारण परिवार से हैं दीपक कुमार, पिता दिव्यांग हैं और मां गृहिणी
  • दीपक ने हरियाणा से किया है बीटेक, ढाई माह से सीएमएस स्कूल में कर रहे थे अध्यापन
Basti News : बस्ती में सीएमएस स्कूल के शिक्षक दीपक कुमार मीणा आईएएस बन गए हैं। कल तक ये बच्चों को पढ़ाते थे और उन्हें जीवन का मंत्र देते थे, लेकिन अब ये देश की सेवा करेंगे और देश की उन्नति के लिए रणनीति तय कर उसे लागू कराने का प्रयास करेंगे। इनके चयन से विद्यालय के बच्चे फूले नहीं समा रहे हैं।

मूलरूप से बिहार के हैं दीपक मीणा
सामान्य से परिवार में जन्में 27 साल के दीपक कुमार के पिता दिव्यांग हैं और मां गृहिणी हैं। उन्होंने बताया कि वो बिहार के मोतिहारी जिले के रहने वाले हैं। परिवार में तीन बहन समेत कुल सात लोग हैं। ये दूसरे नंबर पर हैं। पिता ने घर पर ही किराने की दुकान चलाकर दीपक सहित अन्य बच्चों को शिक्षित किया। परिवार खेती भी करता है। मंगलवार को यूपीएससी परीक्षा में दीपक का चयन होने के बाद जब उनसे बात की गई। पहली बार में ही यूपीएससी की इस परीक्षा में उन्हें 950वीं रैंक मिली है।

दीपक ने बताया कि उन्होंने बीटेक हरियाणा से किया है। बताया कि वो लगभग ढाई माह से दी सीएमएस स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे हैं। कहते हैं कि विद्यालय प्रबंधन को पता नहीं था कि मैं आईएएस की तैयारी कर रहा हूं। कहते हैं कि जब मैं आईआईटी दिल्ली गया तो बात-बात पर विद्यालय के शिक्षक यश को बता दिए थे, उसके बाद जब सर को पता चला कि तो उन्होंने कहा कल ट्रेन से अपने गांव जाएंगे। फोन कर परिजनों ने तुरंत बुलाया है।

किसी भी तैयारी के लिए पेसेंस बहुत जरूरी
आईएएस में चयनित दीपक ने परीक्षा की तैयारियों में जुटे युवाओं को लेकर कहा कि सबसे जरूरी है पेसेंस। यदि कोई भी परीक्षा देते हैं चाहे आईआईटी हो या कुछ भी सबसे बड़ी चीज है पेसेंस। दीपक ने कहा चयन संबंधी जानकारी जब उन्होंने परिवार में दी तो वहां भी खुशी का माहौल है। 

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