यूपी सरकार को बड़ा झटका : नोएडा के बर्खास्त चीफ इंजीनियर यादव सिंह का बेटा सन्नी बहाल, हाईकोर्ट ने दिया आदेश

Uttar Pradesh Times | Sunny Yadav Singh

Jan 18, 2024 19:28

सन्नी को एक बार फिर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (Greater Noida Authority) में बतौर मैनेजर पोस्टिंग दी गई है। हालांकि, उन्हें अभी कोई कामकाज नहीं मिला है। फिलहाल मानव संसाधन विभाग से अटैच किया गया है। आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की मायावती सरकार के दौरान सन्नी के पिता यादव सिंह (Yadav Singh Noida) की तूती बोलती थी।

Short Highlights
  • नोएडा अथॉरिटी में तैनात रहे यादव सिंह को भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।
  • राज्य सरकार के फैसले को सन्नी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर पिछले करीब 4 वर्षों से सुनवाई चल रही थी।
Greater Noida News : उत्तर प्रदेश सरकार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बड़ा झटका दिया है। गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरणों में चीफ इंजीनियर रह चुके यादव सिंह के बेटे को हाईकोर्ट ने बहाल कर दिया है। विकास प्राधिकरणों पर नजर रखने वाले लोगों के लिए यह खास खबर है। आपको बता दें कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर रहे यादव सिंह के पुत्र सन्नी (Sunny Yadav Singh) को करीब चार साल पहले योगी आदित्यनाथ सरकार ने बर्खास्त कर दिया था। अब इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Cort) ने बहाल कर दिया है।

सन्नी को फिर ग्रेटर नोएडा में पोस्ट किया गया
सन्नी को एक बार फिर ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण (Greater Noida Authority) में बतौर मैनेजर पोस्टिंग दी गई है। हालांकि, उन्हें अभी कोई कामकाज नहीं मिला है। फिलहाल मानव संसाधन विभाग से अटैच किया गया है। आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) की मायावती सरकार के दौरान सन्नी के पिता यादव सिंह (Yadav Singh Noida) की तूती बोलती थी। वह तीनों विकास प्राधिकरणों के चीफ इंजीनियर थे। उसी दौरान सन्नी को नौकरी दी गई थी। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार आने के बाद सन्नी के खिलाफ जांच शुरू हुई और उसे बर्खास्त कर दिया गया था।

हाईकोर्ट ने सन्नी को बहाल किया
नोएडा अथॉरिटी में तैनात रहे यादव सिंह को भ्रष्टाचार के एक मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। सीबीआई ने यादव सिंह को गिरफ़्तार करके जेल भेजा था। वह लंबे अरसे तक गाजियाबाद की डासना जेल में रहे थे। इसके बाद यादव सिंह के बेटे सन्नी के ख़िलाफ भी जांच शुरू हुई थी। सन्नी को उत्तर प्रदेश शासन ने बर्ख़ास्त कर दिया था। शनि के ख़िलाफ वर्ष 2020 में यह कार्रवाई की गई थी।

सन्नी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया
राज्य सरकार के फैसले को सन्नी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। जिस पर पिछले करीब 4 वर्षों से सुनवाई चल रही थी। अब मिली जानकारी के मुताबिक इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सन्नी को बहाल करने का आदेश दिया। राज्य सरकार ने सन्नी को बहाल कर दिया है और नए सिरे से ग्रेनाडा विकास प्राधिकरण में तैनाती दी है। अथॉरिटी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सन्नी को पिछला वेतनमान और पद दिया गया है। अभी उन्हें कोई कामकाज नहीं मिला है। फिलहाल मानव संसाधन विभाग में अटैच किया गया है। आपको बता दें कि सन्नी के पिता यादव सिंह फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ गाजियाबाद की विशेष सीबीआई कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। यादव सिंह पर भ्रष्टाचार और अज्ञात स्रोतों से संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं।

क्यों बर्खास्त हुआ था सन्नी
नोएडा अथॉरिटी के टेंडर घोटाले में ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह के बेटे सन्नी यादव पर सरकार ने शिकंजा कसा था। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में प्रोजेक्ट विभाग में मैनेजर पद पर तैनात सन्नी यादव को सरकारी सेवा से जुलाई 2020 में बर्खास्त कर दिया गया था। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन एसीईओ कृष्ण कुमार गुप्त ने सन्नी यादव के खिलाफ जांच की थी। आरोप था कि प्राधिकरण में घोटाला सामने आने के बाद सन्नी यादव बिना सूचना दिए नौकरी से गायब हो गया था। इसके चलते प्राधिकरण ने उसे निलंबित कर दिया था, लेकिन केंद्रीय सेवा नियमावली लागू होने के बाद उसकी बर्खास्तगी के लिए शासन को रिपोट भेजी गई थी।

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