सोनभद्र में आग का कहर : 50 बीघा गेहूं की फसल जलकर हुई खाक, पांच गांवों के किसानों का नुकसान

UPT | आग बुझाते दमकल कर्मचारी और ग्रामीण

Apr 19, 2024 20:22

राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शुक्रवार को सोना गांव में अचानक आग लग गई। इस दौरान आग ने इस कदर विकराल रूप धारण किया कि...

Sonbhadra News (Gyan Prakash Chaturvedi) : राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत शुक्रवार को सोना गांव में अचानक आग लग गई। इस दौरान आग ने इस कदर विकराल रूप धारण किया कि आग ने अपने आसपास के पांच गांवों को अपनी जद में ले लिया। आग की लपट इतनी तेज थी की बहुत लोगों के प्रयास के बावजूद भी कई लोगों की लगभग 50 बीघा गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। मौके पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने ग्रामीणों की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग के कारण हुए नुकसान से ग्रामीण परेशान है। 

कुछ ही देर में आग लिया विकराल रूप
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह सोना गांव में गेहूं की खड़ी फसल में अचानक आग लग गइ। आग लगने की सौरभ कांत तिवारी को हुई तो उन्होंने तुरंत जिले के आला अधिकारियों से संपर्क कर आग लगने की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। मगर आग की लपट इतनी तेज थी कि उस पर काबू पाना बहुत मुश्किल हो गया। मामले की जानकारी पर गांव से काफी संख्या में लोग वहां पर इकट्ठा हो गए और आग को बुझाने का प्रयास करने लगे। आग ने देखते ही देखते पांच गांव के कई खेतों को अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ी की मदद से मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्रीराम साहनी के नेतृत्व में दमकल कर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक लगभग 50 बीघा फसल जलकर खाक हो चुकी थी।

ग्रामीणों ने की पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग
सौरभ कांत तिवारी का कहना है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारियों के सहयोग से आग को बुझाया जा सका। आग के कारण  सोना गांव निवासी बलवंत. देवरी खुर्द गांव निवासी जगन्नाथ. सर्वेश पासवान. रामप्रसाद. बलिराम.अर्जुन पासवान. जीत नारायण. भुवनेश्वर. राजमनी. हीरालाल. दयाराम गुप्ता. बसंतु गुप्ता भागवत. दुरावल गांव निवासी रमाकांत सिंह आदि लोगों की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। ग्रामीणों ने उनको मुआवजा देने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश लोग शासन द्वारा मिले पट्टे की जमीन पर खेती करके अपना गुजारा करते हैं, लेकिन वह भी जलकर नष्ट हो गया है। जिसके कारण उनको खाने की भी समस्या का सामना कर पड़ सकता है। 

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