हिंडनबर्ग के खुलासे से सियासत में भूचाल : सपा ने की सेबी चीफ के इस्तीफे की मांग, कहा- ईडी करे जांच

UPT | हिंडनबर्ग के खुलासे से सियासत में भूचाल

Aug 11, 2024 14:27

अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के खुलासे ने एक बार फिर से भारत में भूचाल ला दिया है। हिंडनबर्ग के निशाने पर इस बार सेबी की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच हैं। अब समाजवादी पार्टी ने सेबी प्रमुख के इस्तीफे की मांग की है।

Short Highlights
  • हिंडनबर्ग के खुलासे से सियासत में भूचाल
  • सपा ने की सेबी चीफ के इस्तीफे की मांग
  • प्रधानमंत्री मोदी पर भी साधा निशाना
New Delhi : अमेरिकी शॉर्ट-सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के खुलासे ने एक बार फिर से भारत में भूचाल ला दिया है। हिंडनबर्ग के निशाने पर इस बार सेबी की प्रमुख माधवी बुच और उनके पति धवल बुच हैं। रिसर्च फर्म ने दावा किया है कि माधवी और उनके पति की अडानी ग्रुप के विदेशी फंड में हिस्सेदारी है। इस खुलासे ने भारतीय राजनीति का माहौल भी गर्म कर दिया है। अब समाजवादी पार्टी ने सेबी प्रमुख के इस्तीफे की मांग की है।

माधवी बुच के इस्तीफे की मांग
समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह ने हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद सेबी चीफ माधवी बुच का इस्तीफा मांग लिया है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर एक के बाद एक कई पोस्ट किए। आईपी सिंह ने लिखा- 'सोमवार सुबह 9 बजे से पूर्व प्रधानमंत्री सेबी की चेयरमैन को इस्तीफा देने का आदेश दें। शेयर बाजार देश की आत्मा है और उस कुर्सी पर सबसे बड़ा चोर बैठी हुई है। ED, CBI, DRI गहनता से पति और पत्नी की विदेशों में जमा हो रही अवैध कमाई की जांच करें। तत्काल उनका पासपोर्ट जमा कराया जाये। दाल में पहले से काला था जिसका खुलासा अब हुआ है।'
 
प्रधानमंत्री मोदी पर भी साधा निशाना
आईपी सिंह ने अपने एक अन्य पोस्ट में पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने लिखा- 'प्रधानमंत्री जी ने शुतुरमुर्ग जैसे अपना सिर बालू में घुसेड़ रखा है चाहे जो आरोप लगाओ वे सुनने को कुछ भी तैयार नहीं हैं। देश का बच्चा बच्चा जानता है कि अडानी का वजूद मोदी जी के कारण है। सेबी चीफ की नियुक्ति मोदी जी ने की है। सबकी मिलीभगत है। दोनों बैसाखी वाले सुने तो सुनें।' इसके अलावा उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि 'मानो या न मानो चौकीदार ही चोर है।'

हिंडनबर्ग के खुलासे पर सेबी प्रमुख का जवाब
हिंडनबर्ग रिसर्च के खुलासे पर सेबी प्रमुख ने जवाब दिया है। माधवी बुच ने इसे चरित्र हनन की कोशिश बताया है। उन्होंने कहा- 'हमारे खिलाफ 10 अगस्त, 2024 की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों पर बताना चाहेंगे कि हम रिपोर्ट में लगाए गए निराधार आरोपों का खंडन करते हैं। उसमें सच्चाई नहीं है। हमारा जीवन और वित्त स्थिति एक खुली किताब की तरह है। हमें सभी वित्तीय दस्तावेजों को दिखाने में कोई संकोच नहीं है। इसमें वो पेपर्स भी शामिल हैं जब हम और पुरी एक सामान्य नागरिक थे। सेबी ने गैरकानूनी बातों के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ एक्शन लिया है और उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया है। लेकिन, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने सेबी के सवालों का जवाब देने के बजाय हमारा चरित्र हनन करने की कोशिश की है।'

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