प्रतिनिधिमंडल ने संगम क्षेत्र में स्थित विभिन्न अखाड़ों का दौरा किया, जहां उन्होंने साधु-संतों से मुलाकात की और महाकुंभ के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को समझा। साधु-संतों ने उन्हें भारतीय परंपराओं, अखाड़ों की भूमिका और महाकुंभ की प्राचीन धरोहर के बारे में जानकारी दी।