लालच के चलते हुई थी सोनी किन्नर के साथी की हत्या : शूटरों से आठ लाख में हुआ था सौदा, जानें यूट्यूबर के अलावा कौन निकले हत्यारोपी

UPT | पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

Jan 16, 2025 16:44

लाइन बाजार थाना क्षेत्र के रसीदाबाद मोहल्ले में 2 जनवरी को हुए सोनी किन्नर के पार्टनर की हत्या का पुलिस अधीक्षक ने खुलासा किया। स्वाट टीम और सर्विलांस की मदद से चार अभियुक्तों को दो पिस्टल, कारतूस और एक बाइक के साथ गिरफ्तार किया गया है।

Jaunpur News : उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के रसीदाबाद मोहल्ले में 2 जनवरी को गोपाल विश्वकर्मा नामक युवक की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। यह हत्या सोनी किन्नर के पार्टनर गोपाल की थी और इसके पीछे एक लंबी साजिश और घिनौनी योजना थी। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें दो पिस्टल, कारतूस और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। दिलचस्प बात यह है कि मुख्य शूटर एक यूट्यूबर है, जबकि अन्य आरोपी नेता बनने के सपने देख रहे थे और जिला पंचायत चुनाव में उतरने की योजना बना रहे थे।



क्या था हत्या का कारण 
पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बीते 2 जनवरी को रसीदाबाद मोहल्ले में गोपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के पीछे सोनी किन्नर के साथ गोपाल की पुरानी साझेदारी थी। हालांकि, सोनी किन्नर की मौत छह महीने पहले हो चुकी थी, लेकिन गोपाल ने उनकी कमाई का हिस्सा लेना जारी रखा था। इस स्थिति से सोनी किन्नर की शिष्या शीला किन्नर का पार्टनर, बृजलाल उर्फ अंशू, नाराज था। उसे यह बात कतई पसंद नहीं आई कि गोपाल अब भी उस स्थान पर बने हुए थे और जो भी आमदनी होती, वह गोपाल के साथ बांटते थे।

बृजलाल उर्फ अंशू ने पिछले डेढ़ साल में गोपाल की हत्या के कई प्रयास किए, लेकिन हर बार वह नाकाम रहा। दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में भी उसने गोपाल की हत्या करने की कोशिश की, लेकिन दोनों बार उसका प्रयास विफल हो गया। अंततः उसने भाड़े के शूटरों को सुपारी दी और 2 जनवरी को गोपाल की हत्या करवा दी।

ऐसे बनाया था हत्या का प्लान 
गोपाल की हत्या का ठेका आठ लाख रुपये में तय हुआ था, जिसमें से 10 हजार रुपये एडवांस के रूप में दिए गए थे। तीन शूटरों ने बाइक से आकर गोपाल को गोली मारी और पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इन शूटरों को बृजलाल ने दो पिस्टल और कारतूस दिए थे,जिससे हत्या को अंजाम दिया गया। पुलिस ने इन असलहों को बरामद किया है और अब उनकी खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों की तलाश जारी है।

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में विनोद कुमार बिंद, प्रदीप कुमार, अंकित कनौजिया और बृजलाल प्रजापति शामिल हैं। इन आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। गोपाल विश्वकर्मा, जो आजमगढ़ का निवासी था, उसके खिलाफ पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज थे।

यूट्यूबर और चुनावी सपना : एक और सनसनीखेज मोड़
हत्या करने वाले अपराधियों में से एक यूट्यूबर भी है, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय था और रील्स बनाने का शौक रखता था। उसकी यूट्यूब चैनल पर लगभग 3 मिलियन दर्शक और पांच हजार सब्सक्राइबर थे। यह यूट्यूबर अपने कंटेंट के जरिए सुर्खियां बटोरने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वह अब एक अपराधी के रूप में सामने आया है।

इसके अलावा, एक और आरोपी बृजलाल उर्फ अंशू था, जो पैसे कमाकर जिला पंचायत का चुनाव लड़ने का सपना देख रहा था। वह इस हत्या के जरिए अपनी राजनीति की राह को पक्का करना चाहता था। इस हत्या ने साफ तौर पर यह भी दिखाया कि कुछ लोग व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए किस हद तक गिर सकते हैं।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उन्हें जेल भेज दिया है। पुलिस अब इस मामले के हर पहलू पर जांच कर रही है, जिसमें हत्या में प्रयुक्त असलहे, कारतूस और उनकी खरीद-फरोख्त के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही, पुलिस उन लोगों को भी पकड़ने की कोशिश कर रही है जिन्होंने इन हथियारों को बेचा और खरीदा।

पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने इस मामले की त्वरित और सफल जांच के लिए पुलिस टीम की सराहना की। उनका कहना था कि अपराधियों को सजा दिलवाना पुलिस का प्राथमिक उद्देश्य है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। यह हत्या न केवल जौनपुर जिले, बल्कि उत्तर प्रदेश में एक बड़े अपराध की कहानी बन चुकी है। पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि अपराधियों को अब बचने का कोई मौका नहीं मिलेगा। 

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