समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को अम्बेडकरनगर की कटेहरी में पहुंचे। उन्होंने कटेहरी विधानसभा उपचुनाव की सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा के पक्ष में जनसभा की...
अम्बेडकरनगर पहुंचे अखिलेश यादव : बोले- हार के डर से टाला चुनाव, यूपी में भाजपा दो नंबर की पार्टी...
Nov 17, 2024 15:43
Nov 17, 2024 15:43
प्रवासी मतदाताओं के वोटिंग प्लान से घबराई बीजेपी
अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी ने कई कार्यक्रमों का आयोजन किया, लेकिन यहां ऐसा कोई विशेष कार्यक्रम नहीं हुआ। महंगाई के कारण इस बार त्योहारों में उतनी खुशी नहीं मनाई जा सकी। बाहर से आने वाले लोगों ने भी तय किया था कि वे 13 तारीख को वोट डालने के बाद वापस लौटेंगे। वे लोग काफी तैयारी के साथ आए थे, लेकिन बीजेपी की एलआईयू और आंतरिक सर्वे से यह जानकारी मिली कि जो लोग छुट्टी पर आए हैं, वे वोट डालकर बीजेपी को हराकर ही जाएंगे, इस कारण 13 तारीख को चुनाव टाल दिया गया। हालांकि, यदि बीजेपी चुनाव टालने का निर्णय लेती है, तो इसका परिणाम हार के रूप में सामने आएगा।
लखनऊ-दिल्ली के बीच तनाव
अखिलेश ने कहा कि NDIA गठबंधन को आपने ऐतिहासिक परिणाम देकर न केवल जीत दिलवाई है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में दो नंबर की पार्टी बनाने के लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं। लखनऊ और दिल्ली वाले इंजन टकरा रहे हैं। सरकार अब तक डीजीपी का चयन नहीं कर पाई है, क्योंकि दिल्ली सरकार किसी अन्य व्यक्ति को इस पद पर नियुक्त करना चाहती है। हाल में हमने देखा है कि इन दोनों के बीच नारे भी टकरा रहे हैं। जो लोग समाज में नारे लगाकर माहौल को उकसा रहे थे, अब उनके अपने ही लोग उनकी कुर्सी को खतरे में डालने के लिए नई रणनीतियां बना रहे हैं।
बांटो और काटो की नीति पर सवाल"INDIA गठबंधन को आपने ऐतिहासिक परिणाम देकर न केवल जीत दिलवाई है बल्कि भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में दो नंबर की पार्टी बनाने के लिए आप सबको धन्यवाद देता हूं।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) November 17, 2024
- माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, कटेहरी विधानसभा pic.twitter.com/1HO5WEhtIs
डिप्टी साहब मोबाइल पर दिल्ली का गाना बजा रहे हैं, जबकि कटेहरी विधानसभा और महाराष्ट्र चुनाव के परिणामों के बाद बीजेपी सरकार दोनों जगहों से जाएगी। बांटो और काटो का नारा उन्होंने अंग्रेजों से सीखा था, जो "डिवाइड एंड रूल" का सिद्धांत था। सरकार को पीडीए (पार्टीज डेमोक्रेटिक अलायंस) में भी डीएपी (डीमोनिटाइजेशन, एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स) का संकट दिखाई दे रहा है। पीडीए को कुछ नहीं दिया गया और अब डीएसपी (डीसीपी, पुलिस) भी किसानों से छीन ली गई है। पहले बोरी चुराई जाती थी, अब पूरी बोरी उठा कर ले जाई जा रही है। प्रदेश के किसान डीएपी की लाइन में खड़े हैं, जबकि सरकार ने कहा था कि वे किसानों की आय दोगुनी करेंगे।
कलियुग में संत भी कर रहे कटुता की बातें
सपा प्रमुख ने का कि ज्ञानी, मुनि और संत अक्सर कम बोलते हैं, लेकिन इस कलियुग में वे भी कटु और तीखी बातें करने लगे हैं। जिनसे समाज को जोड़ने की बात करनी चाहिए, वही लोग समाज में जहर घोलने की कोशिश कर रहे हैं। कटेहरी विधानसभा के आंतरिक सर्वे के बाद मुख्यमंत्री भी हिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह कैसी भाषा हो गई है, जो समाज को और भी ज्यादा विभाजित करने की ओर बढ़ रही है।
यूपी की इन नौ सीटों पर उपचुनाव
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, मुरादाबाद की कुंदरकी, गाजियाबाद की सदर, प्रयागराज की फूलपुर, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, अलीगढ़ की खैर और मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। चुनाव आयोग ने कोर्ट में दाखिल याचिका के कारण अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की घोषणा नहीं की है। उपचुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। परिणाम 23 नवंबर को घोषित होगा।