अम्बेडकरनगर के परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति को बढ़ाने के लिए प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। अगर कोई छात्र लगातार तीन दिन तक स्कूल नहीं आता है, तो शिक्षक उस छात्र के माता-पिता से संपर्क करेंगे...
छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए प्रशासन सख्त : 3 दिन स्कूल न आने पर शिक्षक करेंगे घर का दौरा, कारण जानकर होगा समाधान
Nov 13, 2024 00:52
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शिक्षक घर जाकर जानेंगे कारण
बेसिक शिक्षा महानिदेशक के निर्देशानुसार, प्रत्येक छात्र पर नियमित निगरानी रखी जाएगी। यदि किसी छात्र की अनुपस्थिति का कारण छोटे भाई-बहनों की देखभाल है, तो ऐसे बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों में दाखिला दिलाने की कोशिश की जाएगी। वहीं, अगर छात्र खेती या अन्य कारणों से स्कूल नहीं आ रहे हैं, तो उनके अभिभावकों को शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया जाएगा और उन्हें जागरूक किया जाएगा।
छात्रों की अनुपस्थिति बड़ी चुनौती
सरकार छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध करा रही है, जिनमें मुफ्त किताबें, दोपहर का भोजन और अभिभावकों के खातों में 1250 रुपये दिए जाते हैं। यह राशि छात्रों के यूनिफार्म, जूते, मोजे, बैग और स्टेशनरी की खरीद के लिए प्रदान की जाती है। इसके बावजूद, कई विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति केवल 50-60% ही रहती है, जो एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है।
शिक्षा विभाग के निर्देश
बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) बीपी सिंह ने बताया कि सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य और शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे अनुपस्थित छात्रों के घर जाकर उनके अभिभावकों से संवाद करें। उनका उद्देश्य बच्चों की शिक्षा में नियमितता लाने के लिए प्रयास करना है, ताकि छात्रों की उपस्थिति में सुधार हो सके और वे अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें।
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