अम्बेडकरनगर जिले के अकबरपुर तहसील क्षेत्र स्थित दरवन झील को पर्यटन स्थल और पक्षी विहार के रूप में विकसित करने के लिए जिलाधिकारी अविनाश सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई...
दरवन झील को मिलेगी नई पहचान : पर्यटन और पक्षी संरक्षण का बनेगा नया केंद्र, बैठक में हुई चर्चा
Dec 09, 2024 00:26
Dec 09, 2024 00:26
बैठक में दिए गए निर्देश
इस बैठक में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के साथ मिलकर विकास कार्यों पर विचार विमर्श किया। एनटीपीसी के साथ बाढ़ नियंत्रण, कृषि विभाग के साथ फसल उत्पादन और झील की सफाई को प्राथमिकता दी गई। इसके अलावा, झील के आसपास गेस्ट हाउस और बंधा निर्माण पर भी चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने छोटे-छोटे तालाबों को जोड़कर मछली पालन को बढ़ावा देने और झील के विकास को एक बड़े स्तर पर विस्तृत करने के निर्देश दिए।
300 एकड़ में फैली है झील
दरअसल, दरवन झील का क्षेत्रीय महत्व बहुत अधिक है। यह झील 300 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है और ग्राम पंचायत दरवान, हठपाकर और चांदपुर जलालपुर के अंतर्गत आती है। यह झील न केवल सिंचाई का मुख्य स्रोत है, बल्कि सर्दियों में यह दुर्लभ प्रवासी पक्षियों का घर भी बन जाती है। साइबेरियाई पक्षियों सहित कई विदेशी प्रजातियां यहां देखी जा सकती हैं, जो इसे पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण बनाती हैं।
स्थानीय लोगों से की अपील
इस झील के पास स्थित अयोध्या शहर से मात्र 30 किलोमीटर की दूरी पर यह क्षेत्र भविष्य में भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है। राम मंदिर के निर्माण के बाद यहां पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा। जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से झील की सफाई और पक्षियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की अपील की है।
पर्यावरणीय विकास में महत्वपूर्ण कदम
जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने दरवन झील का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों से इस झील के संरक्षण में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि झील को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना इस क्षेत्र के आर्थिक और पर्यावरणीय विकास में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगी, बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
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