मौनी महाराज ने अखाड़ा परिषद के बयान का भी समर्थन किया। जिसमें महाकुंभ के आयोजन से पहले गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात...
महाकुंभ 2025 : सगरा पीठाधीश्वर का विवादित बयान, कहा- मेले में केवल सनातनियों को मिले प्रवेश
Nov 05, 2024 14:13
Nov 05, 2024 14:13
मौनी महाराज की मांग
मौनी महाराज ने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र अवसर है और इसमें गैर सनातनियों का प्रवेश नहीं होना चाहिए। उनका कहना था कि कुछ लोग धर्म के प्रति अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और हमारे धर्म को लेकर नकारात्मक बातें फैलाते हैं, ऐसे लोगों का महाकुंभ में आना हमारे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को प्रयागराज आने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वे न तो भारत को मानते हैं, न गंगा को, और न ही हमारे देवी-देवताओं को सम्मान देते हैं।
"मक्का सिर्फ मुसलमानों का है, तो प्रयागराज सिर्फ सनातनियों का होना चाहिए"
मौनी महाराज ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा, "जब मक्का सिर्फ मुसलमानों का है, तो प्रयागराज सिर्फ सनातनियों का होना चाहिए। यहां सिर्फ सनातनियों को ही इजाजत मिलनी चाहिए।" उनका मानना था कि महाकुंभ में हर व्यक्ति को सनातनी होना चाहिए, और उसे मां गंगा की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार से मांग की कि महाकुंभ में सनातन धर्म के अनुयायियों को ही प्राथमिकता दी जानी चाहिए, और वहां केवल वही लोग आकर डुबकी लगाए जो धर्म, संस्कृति और गंगा के महत्व को समझते हों।
आखाड़ा परिषद का किया समर्थन
मौनी महाराज ने अखाड़ा परिषद के बयान का भी समर्थन किया। जिसमें महाकुंभ के आयोजन से पहले गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई थी। उनका कहना था कि जब लोग हमारे धार्मिक स्थलों पर अपशिष्ट पदार्थों का प्रयोग करते हैं और धर्म का अपमान करते हैं, तो ऐसे लोगों को हमारे पवित्र आयोजन का हिस्सा बनने का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए।
सरकार से अपील
मौनी महाराज ने अपनी बात समाप्त करते हुए सरकार से यह अपील की कि महाकुंभ के आयोजन में इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए कि वहां हर व्यक्ति हिंदू हो, सनातनी हो और मां गंगा की पूजा करने वाला हो। उन्होंने कहा कि यह हिंदू धर्म की प्रतिष्ठा और पवित्रता बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
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